बस नाम की है वीआईपी कॉलोनी
- बशारतपुर के वीआईपी मोहल्ले में सड़कों पर बह रहा नाली का पानी
- एक सप्ताह में 10 से अधिक बच्चे गिरकर हो चुके हैं घायल GORAKHPUR: शहर की सबसे वीआईपी कॉलोनी में कभी अशोक नगर कॉलोनी की भी गिनती होती थी। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण आज इस कॉलोनी की हालत बदत्तर है। सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं, नालियां सिल्ट से जाम हैं, मोहल्लों में जगह-जगह कूड़ा का ढ़ेर लगा हुआ है। लेकिन पब्लिक के दर्द को कोई सुनने वाला कोई नहीं है। 15 साल से कोई काम नहींशहर का जब विकास हो रहा था, तभी अशोक नगर कॉलोनी बसी थी। शहर के सबसे वीआईपी कॉलोनी में इसकी गिनती होती थी, लेकिन अब कॉलोनी की हालत यह है कि एक भी सड़क सही नहीं है। नालियां जाम हो गई हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप भी बहुत है। पब्लिक दर्जनों बार नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिख चुकी है लेकिन कॉलोनी की हालत पूछने वाला कोई नहीं है। कॉलोनी के लोग बताते हैं कि 15 साल में विकास का एक भी ईट कॉलोनी में नहीं रखा गया।
--------कॉलोनी की हालत पूछने वाला कोई नहीं है। सालों से सड़कों और नालियों की सफाई तक नहीं हुई है। नालियों का पानी सड़क पर बह रहा है।
- आद्या प्रसाद उपाध्याय, रिटायर्ड सर्विसमैन बारिश के समय कॉलोनी में निकलना मुश्किल हो जाता है। सड़क पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो जाता है, जब किसी जिम्मेदार से कंप्लेन किया जाता है तो वे केवल अश्वासन देते हैं, समाधान नहीं करते हैं। - उपेंद्र किशोर त्रिवेदी, रिटायर्ड सर्विसमैन रोड टूटी हुई है, जिसके कारण बारिश के समय तो कॉलोनी में निकलना मुश्किल हो जाता है। एक सप्ताह पहले हुई बारिश से रोड पर जलजमाव हो गया। स्कूल जा रहे बच्चे पानी में गिरकर घायल हो गए। जलजमाव और खराब रोड के कारण रोज लोग गिरकर घायल हो रहे हैं। - अंजनी कुमार पांडेय, दुकानदार यहां की कॉलोनी की बात करें या पूरे एरिया की, यह किसी अनाथ की तरह है। पिछले पांच साल के रिकार्ड को देखें तो जनहित कार्य कुछ भी नहीं हुआ। अशोक नगर कॉलोनी के विकास के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया है, लेकिन कोई सोचने वाला ही नहीं है। - रवि यादव, सामाजिक कार्यकर्ता