छेड़ते वक्त भूल जाते हैं क्या?
GORAKHPUR : कन्या देवी का रूप होती हैं। नवरात्र में कन्या की पूजा करो तो सारी मनोकामना पूरी होती है। यह सब जानने के बाद भी हम कन्या मतलब लड़कियां और महिलाओं के साथ इवटीजिंग करते हैं। क्या तब हमें याद नहीं रहता कि ये देवी का रूप हैं? या फिर ये भूल जाते हैं कि हमारे घर पर भी मां है, बेटी है, बहन है और भाभी है? आखिर हम राह चलते इनके साथ छेड़छाड़ क्यों करते हैं? आई नेक्स्ट इसी सवाल को लेकर गोरखपुराइट्स के पास पहुंचा। जहां आई नेक्स्ट ने जानने की कोशिश की कि गर्ल्स सिचुएशन को कैसे हैंडल करती हैं? साथ ही ब्वॉयज से जानने की कोशिश हुई कि उनके सामने अगर ईव-टीजिंग होती है तो वे क्या करेंगे?
स्पॉट - सिटी मॉल, सिविल लाइंस'इज्जत करो' कैंपेन के तहत आई नेक्स्ट टीम संडे को सिविल लाइंस स्थित सिटी मॉल पहुंची। शहर का इकलौता मॉल होने से यहां हजारों लोगों का आना-जाना रहता है। कॉलेज गोइंग गर्ल्स और ऑफिस गोइंग लेडीज मॉल जाती है जिन्हें अक्सर ईवटीजिंग का शिकार होना पड़ता है। आई नेक्स्ट टीम ने जब संडे को दो घंटे सिटी मॉल के आसपास बिताया तो ऐसे कई नजारे देखने को मिले, जब महिलाओं और लड़कियों को इवटीजिंग का शिकार होना पड़ा। हालांकि किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया, बल्कि इग्नोर कर वहां से निकल गई। ऐसे में आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने गर्ल्स और ब्वॉयज दोनों से सवाल पूछे।
हम शपथ लेते हैं कि आई नेक्स्ट के कैंपेन इज्जत करो के साथ अब यूथ बड़ी संख्या में जुड़ने लगे हैं। यूथ के एक ग्रुप ने संडे को इकट्ठा होकर आई नेक्स्ट के साथ शपथ ली। यूथ ने कहा कि हम शपथ लेते हैं कि समाज में महिलाओं की हमेशा इज्जत करेंगे। हमारे सामने अगर कोई किसी महिला या गर्ल्स के साथ छेड़छाड़ करता हैं तो उसका विरोध करेंगे। गर्ल्स से आई नेक्स्ट के सवाल क्-अगर आपको कोई छेड़ता है तो आपका क्या रिएक्शन होता है या आप क्या करेंगी? ख्-क्या आपने छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस से की है? फ्-क्या पैरेंट्स को छेड़खानी की घटनाओं के बारे में बताती हैं? -------- आंसर कीर्ति वर्मा क्-अकेले रहने पर कमेंट को इग्नोर करती हूं। अगर ग्रुप में होती हूं या फिर भीड़भाड़ वाले इलाके में तो उसको जरूर सबक सिखाती हूं। ख्-नहीं। पुलिस की मदद नहीं लूंगी। फ्-हर छोटी घटनाओं के बारे में नहीं बताती। अगर कोई मामला गंभीर हुआ तो जरूर बताउंगी। आयुषी पांडेयक्-मार्केट या कॉलेज जाते टाइम अगर सिंगल होती हूं तो अगल-बगल की बातों पर ध्यान नहीं देती। अगर पहचान वाले एरिया में होती हूं तो जरूर सबक सिखाती हूं।
ख्-पुलिस को सूचना देने से बात बिगड़ती है इसलिए खुद या फ्रेंड सर्किल से मदद ले लूंगी। फ्-जरूरत पड़ने पर पैरेंट्स को जरूर बताउंगी। कोमल दूबे क्-कई बार कमेंट को इग्नोर करना पड़ता है। अगर मामला गंभीर लगता है तो इसकी जानकारी पैरेंट्स को देंगे। ख्-कोशिश रहती है कि पुलिस तक मामला न पहुंचे। फ्-अगर जरूरत पड़ी तो पैरेंट्स को जानकारी देंगे। ---------- ब्वॉयज से आई नेक्स्ट का सवाल क्-क्या आप छेड़छाड़ के मामले में तमाशबीन बने रहेंगे या विरोध करेंगे? क्या पुलिस को कंप्लेंट करेंगे? ब्वॉयज के जवाब- हमारे सामने अगर छेड़छाड़ की घटना होती है तो हम उसका विरोध करेंगे। अगर मामला बढ़ा तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देंगे। अशोक कुमार यादव अपने सामने छेड़छाड़ की घटना नहीं होने देंगे। पहले इसका विरोध करेंगे। इसके बावजूद अगर मामला नहीं कंट्रोल होता है तो पुलिस से कंप्लेन करेंगे। अरुण कुमार छेड़छाड़ अगर मेरे सामने होती है तो तुरंत उसकी सूचना पुलिस को दूंगा। छेड़छाड़ का विरोध हर स्तर पर होगा। जगदंबाछेड़छाड़ पर पुलिस को गंभीर होना चाहिए। अगर मेरे सामने घटना होती है तो उसकी जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम को दूंगा।
राजीव कुमार मेरे सामने अगर घटना होगी तो उसका विरोध करूंगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस को भी सूचना देंगे। मयंक तिवारी छेड़छाड़ की घटना अगर मेरे सामने होगी तो पहले उसका विरोध करूंगा। अगर बात सुलझ गई तो ठीक है, वरना आसपास के लोगों से मदद लूंगा। प्रभात रंजन