'ट्रेन का नाम तो आपने लिख दिया लेकिन ट्रेन का नंबर कौन लिखेगा. इसे भी लिखकर लाइए तभी रिजर्वेशन हो पाएगा.Ó इन दिनों रिजर्वेशन काउंटर पर पहुंच रहे लोगों को खूब परेशान होना पड़ रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।डिजिटल मोड में ई-टिकटों पर जोर के बाद अब पीआरएस (पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम) पर पहुंचने वाले पैसेंजर्स को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। यात्रियों की सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है। आलम यह है कि ट्रेन रिजर्वेशन के लिए भरे जाने वाले आरक्षण मांग पत्र पर ट्रेन का नाम, नंबर, पैसेंजर की संख्या और पता वाले कॉलम को भरने में ही पैसेंजर्स के पसीने छूट जा रहे हैं। काउंटर के पास बने इंक्वॉयरी ऑफिस के पास एंप्लॉई न होने से पैसेंजर्स की मुसीबत और बढ़ गई है। नहीं है कोई तैनात कर्मचारी


पैसेंजर रिजर्वेशन काउंटर पर अब वही पैसेंजर पहुंचते हैैं, जो ऑनलाइन ई-टिकट या तो कर नहीं पाते हैं या फिर उनके आसपास ऐसी सुविधा नहीं है। मगर जो लोग पीआरएस पहुंच रहे हैैं, उन्हें ट्रेन के नंबर भरने और ट्रेन के सही नाम की जानकारी के लिए कोई सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। रेलवे इंक्वायरी में कर्मचारी तैनात नहीं है और डिस्प्ले बोर्ड भी प्रॉपर वर्क नहीं कर रहे हैं। पैसेंजर की मानें तो पहले डिसप्ले बोर्ड लगे होने से ट्रेन के नाम व नंबर दोनों की जानकारी मिल जाती थी, लेकिन अब ट्रेन के नंबर के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है और दूसरे यात्रियों की मदद लेनी पड़ती है। सुविधाओं में करना चाहिए इजाफा यात्रियों की मानें तो ई-टिकट लेने के लिए पैसे एक्स्ट्रा खर्च करने पड़ते हैैं, अगर ई-टिकट होगा और वेटिंग में टिकट हैैं तो कंफर्म नहीं होने के कंडीशन में यात्रा भी नहीं हो पाएगी। इसलिए पीआरएस पर आना मजबूरी है। लेकिन यहां जैसी सुविधा मिलनी चाहिए, वैसी मिल नहीं पा रही है। रेलवे प्रशासन को सुविधाओं में इजाफा करना चाहिए। पीआरएस पर रिजर्वेशन के दौरान यह बताने वाला कोई नहीं है कि बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन का नंबर क्या है। जबकि फॉर्म में ट्रेन के नाम व नंबर दोनों का कॉलम दिया गया है। इंक्वॉयरी ऑफिस में कोई बताने वाला भी नहीं है। जबकि रेलवे को डिस्प्ले बोर्ड या फिर कर्मचारी की तैनाती करनी चाहिए। शिव शंकर पांडेय, पैसेंजर मुझे रिजर्वेशन फॉर्म भरने नहीं आता है, बगल में बैठे एक युवक से पूछकर फॉर्म भरे हैैं, लेकिन उस युवक को अमरनाथ एक्सप्रेस का नंबर भी नहीं पता है। काउंटर पर पहुंची तो ट्रेन नंबर के लिए वापस कर दिया गया है, जबकि यह गलत है। राधिका, पैसेंजर

पीआरएस पर इंक्वायरी ऑफिस में ट्रेन नंबर के चार्ट लगे होते हैैं। फिर भी हम इसे चेक करवाएंगे। यात्रियों को असुविधा नहीं होने दी जाएगी। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive