किसकी जिम्मेदारी है अतिक्रमण हटाने की
-पिछले माह नगर निगम ने सिटी के कई एरिया से हटाया था अतिक्रमण
-अतिक्रमण हटाने के बाद नगर निगम ने पुलिस को लिखा पत्र - फिर से अतिक्रमण हुआ तो एरिया के चौकी इंचार्ज होंगे जिम्मेदार GORAKHPUR: पूरा शहर अतिक्रमण के जाल में जकड़ा है। अतिक्रमण के कारण गोरखपुराइट्स को मिनटों की दूरी घंटों में तय करनी पड़ती है। वहींअतिक्रमण हटाने वाले अपना पल्ला झाड़ कर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ ले रहे हैं। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने के अभियान की फोटोग्राफी कराकर पुलिस विभाग को सौंप दिया है। दूसरी तरफ पुलिस विभाग कार्रवाई के लिए नगर निगम की तहरीर का इंतजार है। नगर निगम का कहना है कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच का आदेश है कि एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद उस जगह की जिम्मेदार पुलिस विभाग की है वहीं पुलिस विभाग के जिम्मेदार इसे नकार रहे हैं।पुलिस चौकी के बगल से शुरू हो जाता है अतिक्रमण
स्थान- बेतियाहातास्थिति- बेतियाहाता में नगर निगम ने पिछले साल दिसंबर में दो दिन तक अतिक्रमण हटाया था। नगर निगम लोगों को चेतावनी भी दी थी कि अगर फिर अतिक्रमण किया तो कार्रवाई की जाएगी। आई नेक्स्ट टीम ने बेतियाहाता का निरीक्षण किया और देखा कि पूरे इलाके में ही अतिक्रमण है। आश्चर्य की बात कि बेतियाहाता पुलिस चौकी के दोनों तरफ रोड पर कम से कम भ् फीट तक दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया था।
यहां के जाम में फंसते रहते हैं कोतवाल साहब स्थान- घोषकंपनी स्थिति- कोतवाली पुलिस चौकी से जाने के लिए घोष कंपनी चौराहे पर जाना बहुत ही आवश्यक है। इस चौराहे से कोतवाली मात्र फ्00 मीटर दूर है। नगर निगम ने इस चौराहे पर भी अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया था। आई नेक्स्ट टीम जब इस चौराहे का निरीक्षण किया तो दिखा कि चौराहे के चारों तरफ फिर अतिक्रमण हो चुका है। सड़क के किनारे दुकानदारों ने दोनों तरफ फ् से 7 फीट तक अतिक्रमण कर लिया है। दीवार से शुरू हो जाता है अतिक्रमण स्थान- बक्शीपुरस्थिति-सिटी के सबसे व्यस्त चौराहों में बक्शीपुर की गिनती होती है। यहां भी अतिक्रमण के कारण अक्सर जाम लगता रहता है। चौराहे पर बनी पुलिस चौकी की दीवार के सहारे अतिक्रमण करके ठेले खोमचे वालों ने अपनी दुकान लगा ली हैं। जब आई नेक्स्ट ने इस चौराहे निरीक्षण किया तो देखा कि मौके पर पुलिस चौकी के दोनों तरफ दीवार से सटाकर भ् फीट तक रोड पर दुकानें सज गई हैं। वहीं किनारे खड़ी होने वाली गाडि़यां रोड को और जाम कर देती हैं।
यहां तो पुलिस ही कब्जा कराती है
स्थान- रेलवे स्टेशन स्थिति- रेलवे स्टेशन पर अक्सर नगर निगम अतिक्रमण हटाता है, लेकिन उसके बाद फिर से अतिक्रमण हो जाता है। आई नेक्स्ट टीम अतिक्रमण की स्थिति जानने के लिए जब रेलवे स्टेशन पहुंची तो वहां भी अतिक्रमण हो चुका था। रेलवे साइकिल स्टैंड वाली रोड के एक साइड पर क्0 से अधिक बस खड़ी थी। पुलिस चौकी से लेकर एसपी ट्रैफिक ऑफिस के दोनों तरफ ठेले खोमचे वालों ने कब्जा करके रखा हुआ है। शासनादेश है कि नगर निगम के एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद फिर अतिक्रमण होता है तो उस एरिया के संबंधित एसओ और पुलिस चौकी की जिम्मेदारी होगी। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने के बाद फोटोग्राफी कराकर एसएसपी को दे दी है। अब जिम्मेदारी पुलिस विभाग की है। स्वर्ण सिंह, सहायक नगर आयुक्त