एसआईसी दफ्तर में एंप्लाइज ने जमकर काटा बवाल
- जिला अस्पताल में कर्मचारियों का जमकर हंगामा
- जांच में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने में बिगड़ा मामला - एसआईसी ने एक हेल्थ एंप्लाइज को पीटने और जबरियन दफ्तर में घुसने का आरोप GORAKHPUR: राज्य कर्मचारियों के हड़ताल का समर्थन कर रहे हेल्थ एंप्लाइज ने बुधवार को एसआईसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। एसआईसी की कार्यप्रणाली से खफा कर्मचारी मोर्चाबंदी कर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। आरोप है कि अस्पताल में एसआईसी के तानाशाही रवैये से डॉक्टर्स व हेल्थ एंप्लाइज परेशान है। जिसकी वजह से चिकित्सकीय सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। तहरीर के बाद बिफरे कर्मचारीएसआईसी का कहना है कि 21 तारीख को एक मरीज का फर्जी तरीके से अलग-अलग डेट में ब्लड जांच कराई गई। पहले अनफिट रिपोर्ट बनाई गई। इसके बाद उसे फिट कर दिया गया। करीब 9.30 बजे कर्मचारियों ने जबरिया दफ्तर में घुसकर एक एंप्लाइज को पीटा बदसलूकी की। इतना ही नहीं डॉक्टर्स की उपस्थिति पंजिका भी फाड़ दी। इस संबंध में एसआईसी ने चार लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। इस मामले को लेकर कर्मचारियों ने दफ्तर में पहुंचकर हंगामा मचाया और एसआईसी का तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की। उन्होंने चिकित्सकीय सेवा ठप करने की चेतावनी दी है।
फर्जीवाड़ा मिला तो खुली पोल
जिला अस्पताल के आरडीसी सेंटर में एसआईसी ने ब्लड की जांच में फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया। एसआईसी डॉ। एचआर यादव का कहना है कि 21 तारीख को फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर जिम्मेदारों को दफ्तर में बुलाया गया था। दो माह पहले सुरेश कुमार गौड़ के ब्लड की जांच कराई गई। 4 सितंबर को ब्लड जांच में रिपोर्ट ठीक नहीं रही। इसके बाद दोबारा 24 अक्टूबर को जांच कराई गई। इस रिपोर्ट में सबकुछ ठीक रहा। हालांकि सभी जांच बैक डेट में कराए गए थे। रजिस्टर मंगवाकर किया चेक मामला खुलने पर एसआईसी ने रजिस्टर दफ्तर में मंगवा लिए। बुधवार को रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के लिए डॉ। एके मौर्या, रमेश सिंह, बीपी सिंह लोग पहुंचे। दरवाजे पर खड़ा हेल्थ एंप्लाइज हीरा ने रजिस्टर देने से इंकार कर दिया। आरोप है कि इसी बीच टेक्नीशियन बीबी सिंह समेत चार लोगों ने हीरा की पिटाई कर दी। इसके बाद दफ्तर में जबरिया पहुंचकर डॉक्टर्स का अटेंडेंस रजिस्टर का पेज गायब कर दिया। जबकि बीबी सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है।आरडीसी में फर्जी जांच का मामला सामने आने के कार्रवाई की डर से कर्मचारी बखौला गए। एंप्लाइज को मारा पीटा गया और मुझे धमकी दी गई। डॉक्टर्स रजिस्टर के पन्ने गायब कर दिए गए।
डॉ। एचआर यादव, एसआईसी राज्य कर्मचारियों के सहयोग में कर्मचारी संघ दो घंटे के लिए कलम बंद कार्य बहिष्कार पर रहे। इस दौरान एसआईसी ने रजिस्टर अपने दफ्तर में रखवा लिया। एंप्लाइज जब हस्ताक्षर के लिए पहुंचे तो उन्हें रजिस्टर नहीं दिया गया। एसआईसी कुछ ही रजिस्टर का पन्ना गायब कर निराधार आरोप मढ़ रहे हैं। बीबी सिंह, टेक्नीशियन अभी फ्लैग मार्च में हूं। तहरीर थाने पर पहुंची है। देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। विजय राज सिंह, इंस्पेक्टर कोतवाली