यहां तो बच्चे के बदले मांग लेते हैं पैसा
-जिला महिला अस्पताल में हेल्थ एंप्लॉई ने नवजात के बदले मांगे पैसे
-तीमारदारों ने एसआईसी ऑफिस पहुंचकर किया हंगामा GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में प्रसव के बाद एक महिला से बच्चे के बदले पैसे मांगने पर हंगामा मच गया। मरीज के साथ आए तीमारदारों ने मामले की शिकायत एसआईसी ऑफिस में की। उनका आरोप था कि हेल्थ एंप्लाइज ने बच्चा देने के बदले आठ हजार रुपए मांगे। बाद में जिम्मेदारों ने मामला शांत कराया। शिकायत दर्ज कर ली गई है, लेकिन अधिकारी मामले को मैनेज कराने की कोशिश में जुटे रहे। बिना पैसे नहीं दिया बच्चाखोराबार के बड़गो निवासी अमित चतुर्वेदी की पत्नी अमिता चतुर्वेदी को डिलिवरी होनी थी। तबियत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें दो अक्टूबर को जिला महिला अस्पताल में एडमिट करवाया। मरीज की स्थिति थोड़ी ठीक होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। मंगलवार को उनकी हालत अचानक फिर खराब हो गई। घर वाले दोबारा महिला जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां मंगलवार देर रात ऑपरेशन से अमिता ने एक बच्चे को जन्म दिया। परिजनों ने बच्चे को देखने के लिए हेल्थ एंप्लाइज से बात की लेकिन उसने मना कर दिया। कई बार कहने पर भी उसने तीमारदारों को बच्चा दिखाने से मना कर दिया। वह उनसे आठ हजार रुपए मांगने लगी। मना करने पर बच्चा देने से मना कर दिया। परेशान परिजन बुधवार सुबह 11 बजे एसआईसी दफ्तर पहुंचे। इस दौरान एसआईसी अपने ऑफिस में नहीं थे। उन लोगों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया।
पत्र लिखकर की शिकायत अमिता के साथ आए तीमारदार ने एसआईसी के नाम पत्र लिखकर यह शिकायत की है कि लेबर रूम में ऑपरेशन के दौरान मरीजों से पैसे की डिमांड होती है। पैसा देने से इंकार करने पर उल्टे-सीधे सवाल किए जाते हैं। आरोप है कि हेल्थ एंप्लाइज ने बच्चा देने के बदले आठ हजार रुपए मांगे। उन्होंने किसी तरह 2500 रुपए दिए, लेकिन वह पूरे आठ हजार ही मांग रही थी। कहा कि अगर पैसा नहीं दिया तो बच्चे को नहीं दूंगी। तीमारदारों से बदसलूकी भी की गई। अमिता के परिजनों का कहना है कि यहां पर कई मरीजों के साथ ऐसा ही किया जा रहा है। अगर कोई आवाज उठाता है तो उसे दबा दिया जाता है। वर्जन यह गंभीर मामला है। अगर मरीज के परिजनों से पैसे की डिमांड की गई है तो गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। - डॉ। एके गुप्ता, एसआईसी जिला महिला अस्पताल