- रेलवे ने गोरखनाथ ओवर ब्रिज से डोमिनगढ़ रोहिन नदी तक हटाया एनक्रोचमेंट

- रेलवे की जमीन पर आने वाली झोपड़ी, दुकान और मकान तोड़े गए

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : हम नहीं सुधरेंगे। हर मामले में नियम कानून को ताख पर रखकर आगे बढ़ने वालों को रेलवे ने सबक सिखाया। सैटर्डे को ऐसे तमाम मनमानों की शेखी को दूर करते हुए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स की टीम ने रेलवे की जमीनों पर हुए नाजायज कब्जों को हटाया। झोपड़ी, दुकान और मकान को तोड़कर रेलवे की जमीन खाली कराई गई। इस दौरान हल्का-फुल्का विरोध भी हुआ, लेकिन आखिरकार रेलवे टीम ने जमीनों को दूसरे कब्जे से आजाद कराया।

गोरखनाथ पुल से रोहिन तक चला अभियान

गोरखनाथ पुल के पास गेट नंबर 162 से अभियान की शुरुआत हुई। इस दौरान रेलवे ट्रैक के दोनों ओर रेलवे की जमीन पर से कब्जे हटाए गए। इसकी जद में जहां मनमाने ढंग से बनाए गए मकान आए, वहीं घर के बाहर बढ़ा कर बनाई गई रोड, गुमटी, दुकानें और झुग्गी-झोपड़ी भी रेलवे की जमीन से हटाई गई। यह अभियान गोरखनाथ ओवर ब्रिज से शुरू होकर डोमिनगढ़ स्थित रोहिन नदी के आसपास मौजूद रेलवे की जमीन तक चला।

सुबह 10 बजे हुई शुरुआत

रेलवे के अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई। आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार के नेतृत्व में एसआई दुर्गेश कुमार, अंजू, लोकेश कुमार और एएसआई जगत नारायण मिश्र के साथ आरपीएफ, सिविल पुलिस और रेलवे की टीम साथ रही। वहीं एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से एक मजिस्ट्रेट भी इस टीम के साथ मौजूद रहे। करीब 16.40 तक चले इस अभियान में रेलवे की जमीन पर बने 50 से ज्यादा अवैध कब्जों को हटाया गया।

पहले ही दी जा चुकी थी नोटिस

ऐसा नहीं कि यह अभियान यूं ही शुरू हो गया और किसी को जमीन से कुछ हटाने का मौका नहीं मिला। सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि जिन लोगों ने भी रेलवे की जमीनों पर कब्जा कर रखा था, उन्हें रेलवे की ओर से पहले ही नोटिस दिया जा चुका था। इसके साथ ही उनको टाइम लिमिट भी दे दी गई थी कि इस वक्त तक रेलवे की जमीन खाली कर दें, वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जिन्होंने अपनी मर्जी से कब्जे हटा लिए वह तो बच गए, जिन्होंने नहीं हटाए उनसे रेलवे की टीम ने कब्जे हटवाए हैं।

आरपीएफ और दूसरी टीम की मदद से गोरखनाथ पुल से लेकर डोमिनगढ़ तक रेलवे की जमीन से एनक्रोचमेंट हटावाया गया है। इस बीच जिसने भी इल्लीगल तौर पर कब्जा कर रखा था, उसे तोड़वाया गया है।

आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर

Posted By: Inextlive