मीटर है खराब, रीडिंग का अजब हिसाब
- शहर के बिजली कंज्यूमर्स के सामने खड़ी हुई नई समस्या
- बदले गए मीटर्स में बिजली यूज होने के बाद उल्टी चलने लग रही रीडिंग - कई जगहों पर नो डिस्प्ले की भी आ रही है दिक्कत GORAKHPUR: शहर के बिजली विभाग के खेल कंज्यूमर्स को परेशान करते ही रहते हैं। एक बार फिर विभाग की कारिस्तानी ने पब्लिक के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। सितंबर के बाद बदले गए 3506 मीटर्स में अजीब तरह की गड़बड़ी सामने आ रही है। बदले जाने के बाद कुछ जगह जहां मीटर में रीडिंग उल्टी चलने लग रही है। वहीं कई जगह तो मीटर नो डिस्प्ले हो जा रहा है। इन गड़बडि़यों से जहां कंज्यूमर्स परेशान हैं। वहीं, विभाग के कर्मचारी भी इस तरह की प्रॉब्लम से हैरान हैं। केस नंबर 1इंजीनियरिंग कॉलेज की रहने वाले अनुराधा के यहां दो दिसंबर को मीटर बदला गया। नया मीटर शुरू में तो ठीक चला लेकिन जल्द ही उसका डिस्प्ले खराब हो गया। अब वे परेशान होकर मोहद्दीपुर से लेकर बक्शीपुर स्थित बिजली विभाग के ऑफिस के चक्कर लगा रही हैं। लेकिन हाल ही में मीटर बदले जाने के कारण नए मीटर का ऑर्डर नहीं हो पा रहा।
केस नंबर 2मेडिकल कॉलेज के सामने रहने वाले मनोज कुमार सिंह के यहां सितंबर माह में नए कनेक्शन पर मीटर लगा। मीटर लगने के तीन माह में उनके यहां लगभग 700 यूनिट मीटर रीडिंग हुई। लेकिन पिछले 10 से उनके यहां यूनिट बढ़ने की जगह अब होने लगी। दिसंबर माह में जहां 702 यूनिट पर बिल बना था वहीं जनवरी माह में मीटर 596 यूनिट ही शो कर रहा था। जिस पर मीटर रीडर ने बिना रीडिंग लिए ही बिल खराब होने की जानकारी विभाग को दी।
नए स्टॉक में है दिक्कत अगस्त माह के पहले हफ्ते में मीटर का कोटा खत्म हो गया था। अगस्त के आखिरी हफ्ते में नए मीटर की मंगाए गए। जिन्हें सितंबर में लगाना शुरू किया गया। लेकिन इनमें से ज्यादातर मीटर्स के दो से तीन हफ्ते में ही खराब होने कीकंप्लेन आने लगी। वर्तमान स्थिति यह है कि अभी तक बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में दो हजार से अधिक ऐसी शिकायतें आ चुकी हैं। इसमें सबसे ज्यादा कंप्लेन नो डिस्प्ले की है। रीडिंग बैक देख कर्मचारी भी हैरानमीटर सेक्शन में पहली बार ऐसी कंप्लेन आ रही हैं, जिनमें मीटर रीडिंग बैक होने की बात सामने आई है। इस तरह की कंप्लेन पर मीटर देखने पहुंच रहे अधिकारी और कर्मचारी भी उल्टी चल रही रीडिंग देख हैरान हो जा रहे हैं। मीटर चेक करने पहुंच रहे कर्मचारियों के मुताबिक मीटर में ऐसी गड़बड़ी पहली बार देखने में आई है। इसका कारण उन्हें भी समझ नहीं आ रहा।