55 हजार कंज्यूमर्स ऑनलाइन नहीं
- बिजली विभाग में कुल 1.43 लाख कंज्यूमर्स का रिकार्ड
- इसमें 55 हजार कंज्यूमर्स का विभाग के पास कोई आन लाइन रिकार्ड नहीं - ऑनलाइन रिकार्ड न होने से विभाग और कंज्यूमर्स दोनों को हो रही प्रॉब्लम GORAKHPUR: बिजली विभाग की नजर से अब कोई बचने वाला नहीं है। बिजली विभाग अब शहर के अपने 1.43 लाख कंज्यूमर्स के डाटा को ऑनलाइन करने जा रहा है। विभाग इसके लिए एक-एक घर जाकर अपने कंज्यूमर्स का डाटा इंट्री करने की तैयारी कर रहा है। बिजली विभाग की माने तो सितंबर तक 55 हजार कंज्यूमर्स का डाटा ऑनलाइन मिलने लगेगा। इसके बाद सभी कंज्यूमर्स अपने घर से बिल देख सकते हैं और अपना बिल भी जमा कर सकते हैं। 55 हजार का नहीं था आन लाइन रिकार्डमहानगर विद्युत वितरण निगम के पास कुल 1.43 लाख कंज्यूमर्स हैं। इनमें से बिजली विभाग के पास कुल 88 हजार कंज्यूमर्स का डाटा बिजली विभाग के पास है, जबकि 55 हजार कंज्यूमर्स का ऑनलाइन डाटा बिजली विभाग के पास नहीं है। ऐसे में इनका रिकार्ड न होने के कारण इन कंज्यूमर्स के यहां कभी भी कोई मीटर रीडर रीडिंग लेने नहीं जाता है। वहीं इनकी कोई ऑनलाइन कंप्लेन भी दर्ज नहीं हो पाती है। वहीं अगर यह कभी अपना बिल ऑनलाइन देखने की कोशिश करते हैं तो इनका कहीं भी रिकार्ड नहीं मिलता है।
पोल और मोबाइल नंबर न मिलने से आई है प्रॉब्लम चार साल पहले महानगर विद्युत वितरण निगम ने अपनी सारी व्यवस्था को आन लाइन सिस्टम से जोड़ने का काम शुरू किया। इसके बाद धीरे-धीरे बिजली विभाग ने अपने सारे सिस्टम को ऑनलाइन करने का काम शुरू हुआ। कंज्यूमर्स का बिजली बिल, बकाया बिल, नेट पर बिल शो होना और ऑनलाइन बिल जमा होने का काम शुरू हो जाएगा, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक मात्र 1200 कंज्यूमर्स ही अपना ऑनलाइन बिल जमा करते हैं बाकी कंज्यूमर्स बिलिंग सेंटर्स के लाइन में लगकर अपना बिल जमा करने का काम करते रहते हैं। इस माह बचे हुए कंज्यूमर्स की डाटा इंट्री का काम शुरू कर दिया जाएगा। शहर के प्रत्येक कंज्यूमर्स का डाटा दो माह में ऑनलाइन हो जाएगा। आरआर सिंह, महानगर विद्युत वितरण निगम