300 लाख का नुकसान!
- कटिया लगाकर बिजली चोरी करने वालों ने ले लिए कनेक्शन
- बिजली विभाग ने कैंप लगाकर किया अपना ही नुकसान GORAKHPUR : बिजली विभाग का तुर्कमानपुर में कैंप लगाना खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारना साबित हुआ है। तुर्कमानपुर में चेकिंग से पहले कैंप लगाकर बिजली विभाग ने राजनीति तो गर्माई ही, अपना फ्00 लाख का नुकसान भी करा लिया। बिजली विभाग के चेकिंग अभियान में कटिया कनेक्शन पकड़े जाने पर ब्फ् हजार रुपए से लेकर ब् लाख रुपए तक का जुर्माना लगाने का आदेश था। बिजली विभाग ने मोहद्दीपुर, बेतियाहाता और मियां बाजार एरिया में इसी आधार पर वसूली की भी। इससे बिजली विभाग को क् करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। वहीं तुर्कमानपुर में चेकिंग के एक दिन पहले कैंप लगाकर कनेक्शन बांटने से विभाग को करीब फ्00 लाख का चूना लगा है।मुद्दे पर बिजली विभाग के अफसर कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन दबी जुबां से मान रहे हैं कि तुर्कमानपुर में चेकिंग के नाम पर महज कोरम पूरा किया है।
तो यूं हुआ फ्00 लाख का नुकसानबिजली विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि तुर्कमानपुर में लगे कैंप के दौरान कुल ब्00 कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें क्00 नए कनेक्शन है जबकि बाकी कनेक्शन बिजली चोरी कर रहे लोगों ने लिए हैं। तुर्कमानपुर में ज्यादातर कनेक्शन ख् से फ् किलोवाट लोड के साथ लिए गए हैं। इस लिहाज से देखें तो एक कनेक्शन पर बिजली विभाग को करीब क् लाख का नुकसान हुआ है। फ्00 कनेक्शन के हिसाब से करीब फ्00 लाख का चूना विभाग को लगा है। नुकसान की बात अफसर भी मान रहे हैं, लेकिन उन्हें इस बात का संतोष है कि अब आगे नुकसान नहीं होगा।
लोड के हिसाब से लगता है जुर्माना लोड (किलोवाट में) जुर्माना (रुपए में) क् ब्फ्म्9फ् ख् 8म्भ्8म् फ् क्ख्9ब्म्7 ब् क्7ख्फ्भ्फ् भ् ख्क्7ब्ब्ब् फ्00 लाख में सुधर जाते तुर्कमानपुर के तार तुर्कमानपुर में ओवरलोड के चलते बिजली सप्लाई को लगे तार जर्जर हो गए हैं। बिजली विभाग के एक जेई ने बताया कि अगर कटिया कनेक्शन पकड़े जाने पर ये फ्00 लाख रुपए विभाग को मिलते तो उससे पूरे एरिया के तार बदले जा सकते थे। लेकिन अब ऐसा करने से बिजली विभाग को और चपत लगेगी। हंगामे को देखते हुए प्रशासन ने कैंप लगाने का आदेश दिया था, जिसका पालन किया गया है। बिजली विभाग को नुकसान तो हुआ है, लेकिन अब आगे रेवन्यू मिलेगा क्योंकि जो लोग बिजली चोरी करते थे, उन लोगों ने कनेक्शन ले लिया है।एसपी पांडेय, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम