श्रीराम नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रद्धालुओं का मूवमेंट इलेक्ट्रिक बसों से होगा. अलग-अलग शहरों से 100 इलेक्ट्रिक बसें मंगाई गई हैं. इनमें 10 गोरखपुर से 40 कानपुर से और 50 ई बसें लखनऊ से अयोध्या मंगाई गई हैं. यह बसें रेलवे और बस स्टेशनों के अलावा निर्धारित स्थलों से श्रद्धालुओं को मंदिर व कार्यक्रम स्थल तक ले आने और ले जाने के लिए लगाई जाएंगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)। शासन ने इन इलेक्ट्रिक बसों को अयोध्या भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। यह सभी बसें 18 जनवरी तक अयोध्या पहुंच जाएंगी। स्थानीय प्रशासन बसों के ठहराव, चार्जिंग, सफाई और धुलाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने में जुटा हुआ है। इन बसों को संचालित करने के लिए लगभग 400 कर्मचारी लगाए जाएंगे। कर्मचारियों को रहने, खाने और विश्राम की भी अलग से व्यवस्था रहेगी। इलेक्ट्रिक बसें फरवरी तक अयोध्या में ही चलेंगी। गोरखपुर की 10 और कानपुर की 40 बसें 18 जनवरी तक, लखनऊ की 50 बसें 13 जनवरी तक अयोध्या पहुंच जाएंगी। आज मार्ग बदलकर चलेंगे गोरखपुर-लखनऊ के भारी वाहन


अयोध्या में प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाले भारी वाहन 30 दिसंबर को मार्ग बदलकर चलाए जाएंगे। इस दौरान एनएच 27 पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। गोरखपुर से कौड़ीराम, बड़हलगंज, दोहरीघाट, जियनपुर और आजमगढ़ से पूर्वांचल एक्सप्रेस से पर डायवर्जन किया जाएगा। गोरखपुर से सहजनवा, बस्ती, कलवारी से टांडा, अकबरपुर होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से वाहनों का डायवर्जन किया गया है। गोरखपुर से संतकबीरनगर, बांसी, मेहदावल, डुमरियागंज, बलरामपुर, गोंडा, चौकाघाट, सफदरगंज होते हुए लखनऊ की ओर डायवर्जन किया गया है।

हेडक्वार्टर लखनऊ की तरफ से अयोध्या के लिए 10 इलेक्ट्रिक बसों की मांग की गई है। निर्धारित तिथि तक बसें अयोध्या भेज दी जाएंगी। गोरखपुर-लखनऊ मुख्य मार्ग पर 30 दिसंबर को भारी वाहनों का रूट डायवर्जन किया गया है। प्रयास किया जा रहा है कि आवागमन में पैसेंजर्स को कोई असुविधा न हो। लव कुमार सिंह, आरएम- परिवहन निगम

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