अब ड्राइवर अंकल की लगेगी क्लास
-ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्देश पर दी जाएगी स्कूल बस ड्राइवर को ट्रेनिंग
-स्कूलों के पार्टिसिपेट न करने पर होगी कार्रवाई -आई चेकअप कैंप में हुए फेल तो डिबार हो जाएंगे ड्राइवरGORAKHPUR: स्कूल के बच्चों के साथ अब उनके ड्राइवर अंकल की भी क्लास लगेगी। बस फर्क इतना होगा कि उन्हें पढ़ाने वाले स्कूल के टीचर नहीं बल्कि परिवहन विभाग के अधिकारी होंगे और क्लास स्कूल में नहीं बल्कि आरटीओ ऑफिस में लगेगी। लगातार स्कूल बस के हो रहे हादसे को गंभीरता से लेते हुए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने स्कूल बस चलाने वाले सभी ड्राइवर की ट्रेनिंग कराने का आदेश दिया है। यह आदेश सभी जिलों के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर तक पहुंच चुका है। ख्0 दिसंबर को आरटीओ कैंपस में ट्रेनिंग के साथ आई चेकअप कराया जाएगा। जो स्कूल इन प्रोग्राम में नहीं आएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रोग्राम में आने वाले ड्राइवर का लाइसेंस और अन्य जरूरी कागजात भी देखे जाएंगे। आई चेकअप में जो ड्राइवर फेल हो जाएंगे, उन्हें डिबार कर दिया जाएगा।
ड्राइविंग की ट्रेनिंग के साथ होगा आई चेकअपबच्चों को घर से स्कूल लाने और वापस पहुंचाने की जिम्मेदारी बस ड्राइवर की होती है। मतलब दर्जनों मासूमों की जिंदगी की जिम्मेदारी एक ड्राइवर की होती है। ऐसे कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें ड्राइवर की गलती से कई मासूम की मौत हो गई। हाल में ही मऊ में एक हादसा हुआ। जिसके बाद ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के रवींद्रनायक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। साथ ही सभी स्कूल बस ड्राइवर की ट्रेनिंग कराने का निर्देश दिया। इस निर्देश के तहत आरटीओ अपने जिले के सभी स्कूल के बस ड्राइवर की एक दिवसीय ट्रेनिंग कराएं। साथ ही आई चेकअप भी कराया जाएगा। इस ट्रेनिंग में पास होने के बाद ही ड्राइवर दोबार स्कूल बस चला सकेगा। जिससे होने वाले हादसों को रोका जा सकता है। ख्0 दिसंबर को ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसके लिए सभी स्कूल्स को सूचना भेजी जा रही है।
वर्जन- ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के निर्देश पर सिटी में भी स्कूल बस ड्राइवर की ख्0 दिसंबर ट्रेनिंग प्रोग्राम के साथ आई चेकअप कराया जाएगा। जो स्कूल्स इसमें पार्टिसिपेट नहीं करेंगे, उन पर कार्रवाई के लिए लिक्षा विभाग को लिखा जाएगा। साथ ही जो ड्राइवर आई चेकअप में फेल होंगे, उन्हें डिबार कर दिया जाएगा। एके गुप्ता, आरटीओ प्रवर्तन