सर्जरी की समीक्षा में फेल हुए डॉक्टर
- शासन ने मांगा स्पष्टीकारण, जनवरी से अगस्त माह के बीच डॉक्टर्स ने नहीं की एक भी मेजर सर्जरी
GORAKHPUR: अपनी नाकामियों को लेकर हर बार डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल चर्चा में रहता है। इस बार भी ऐसा ही मामले से हॉस्पिटल फिर चर्चा में है। समीक्षा रिपोर्ट में कुछ डॉक्टर्स ने इस साल एक भी ऑपरेशन नहीं किए, जबकि उन्हें हर मंथ का फिक्स सर्जरी टारगेट दिया जाता है। इस बार मेजर सर्जरी और आई सर्जरी के डॉक्टर्स ने यह कारनामा किया है। हर बार सर्जरी में मिली कमियों को दूर करने में अस्पताल प्रशासन और शासन एड़ी-चोटी का दम भरता है, लेकिन फिर भी निर्धारित लक्ष्य को पाने में वह हमेशा ही नाकाम रहते हैं। रिपोर्ट पर शासन ने नाराजगी जताते हुए संबंधित डॉक्टरों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। आंकड़ों पर शासन नाराजनिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण गोरखपुर मंडल की 30 सितंबर 2015 ने मेजर सर्जरी की समीक्षा की। इसमें महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने पाया कि गोरखपुर मंडल के साथ ही देवरिया, महराजगंज के कई सर्जन ने जनवरी से लेकर अगस्त तक कोई भी मेजर सर्जरी नहीं की गई। जबकि जनरल सर्जरी के लिए 12, आर्थो सर्जरी के लिए 8, प्रसूति एवं स्त्री रोग के लिए 12, ईएनटी के लिए 10 और आई के लिए 58 सर्जरी का मानक तय है। इसमें डॉक्टर्स इस लक्ष्य को भी पूरा नहीं कर पाए।
डॉक्टरों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही सर्जनों की शून्य सर्जरी के कारणों की जांच भी की जा रही है। जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। डॉ.आरके तिवारी, एडी हेल्थ