डीएनए से सुलझेगी गुत्थी
- बैंकाक में हुई थी गोरखपुर के युवक की मौत
- फोरेंसिक टीम ने लिया मृतक के माता-पिता के खून का नमूना - भारतीय दूतावास ने डीएम व एसएसपी को भेजा था पत्र GORAKHPUR : बैंकाक में गोरखपुर के युवक की मौत के मामले में शव की शिनाख्त के लिए मृतक के माता-पिता का डीएनए मांगा गया है। भारतीय दूतावास की ओर से डीएम और एसएसपी को पत्र भेज कर मृतक राकेश यादव की माता धानमति और पिता हरिवंश यादव का डीएनए सैंपल मांगा गया था। बुधवार को फोरेंसिक टीम जिला अस्पताल पहुंची। एडिशनल सीएमओ डॉ। नंद कुमार के नेतृत्व में ब्लड सैंपल लिया गया। लापता हो गया था युवकबैंकाक में गोरखपुर जिले के गगहा थाना क्षेत्र के रियाव गांव निवासी राकेश यादव दो साल से रह रहा था। नौ जुलाई को अचानक लापता हो गया। घर वालों ने उसके मोबाइल पर कांटेक्ट किया तो कुछ पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने बैंकाक में रह रहे अपने रिश्तेदारों की मदद मांगी। बैंकाक पुलिस युवक तलाश में लगी थी। दस दिन बाद बैंकाक के एक जंगल में युवक की लाश मिली। शव की स्थिति काफी खराब थी और पहचान कर पाना मुश्किल था। हाथ में कड़ा के आधार पर उसकी पहचान करने की कोशिश की गई। पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन मामले को संदिग्ध मानते हुए विसरा प्रिजर्व कर लिया गया।
घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब मृतक राकेश यादव के घर की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब थी। घर की माली हालत को सुधारने के लिए दो साल पहले बैंकाक गया था। वहां सूद का कारोबार कर रहा था। राजेश अपनी पत्नी संगीता और दो बच्चे अंकित पांच साल और डेढ़ साल के अनीश को यहीं छोड़कर वहां काम करने लगा। धीरे-धीरे पैसा आने लगा तो घर की स्थित कुछ हद तक मजबूत हुई। वह अपने बूढ़े मां-बाप और पूरे परिवार का इकलौता सहारा था। बैंकाक में मौत की सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पूरा परिवार आखिरी बार उसे देख भी न सका। उसकी लाश हासिल करने के लिए भी डीएनए सैंपल देना पड़ रहा है। मृतक के माता-पिता के डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल लिया गया है। नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद दूतावास को भेज दी जाएगी। लोकेश कुमार पांडेय, इंचार्ज, फील्ड यूनिट