अक्सर कहा जाता है डीएम साहब तो खास हैं. उनके आवास और कार्यालय के आसपास सड़क चौकस होगी लेकिन गोरखपुर में तस्वीर फिलहाल विपरीत है. उनके आवास की रोड पर गिट्टियां उखड़ गई हैं. पब्लिक यहां से हिचकोले खाते हुए निकलती है. डीएम को भी इसी से गुजरना पड़ रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। बारिश से पहले पीडब्ल्यूडी की तरफ से कई सड़कों के निर्माण में करोड़ों रुपए खर्च हुए लेकिन बारिश और जलभराव के चलते बनी सड़कों की गिट्टियां उखड़ गई हैं। गोरखपुर सिटी में पीडब्ल्यूडी की 1300 मीटर तक की सड़कें खस्ताहाल हैं, जो हादसों को भी दावत दे रही हैं। यूनिवर्सिटी से डीएम आवास और एमपी इंटर कॉलेज तक की सड़क खराब यूनिवर्सिटी चौराहा, डीएम आवास के सामने से लेकर एमपी इंटर कॉलेज, तक की 500 मीटर की सड़क की गिट्टियां उखड़ गई हैं। इनके चलते रोज बाइक स्कूटर लेकर लोग गिर रहे हैं। इस रास्ते से गुजर रहे लोगों का कहना है कि इस रास्ते से होकर रोजना स्कूली छात्र गुजरते हैं। आंख के सामने ही कई बाइक सवार गिरकर घायल होते हैं। बिखरी गिट्टियों को हटा दिया जाए तो भी बड़ी राहत हो जाएगी।


रेलवे बस स्टेशन से पुलिस लाइन तक सड़क की गिट्टियां उखड़ी

इस तरह से और रेलवे बस स्टेशन से पुलिस लाइन तक 800 मीटर के पास की गिट््िटयां पूरी तरह से उखड़ गई हैं। यहां से गुजरने वाले लोग आए दिन उखड़ी गिट्टियों की चलते गिर रहे हैं। लोगों का कहना है कि टूटी सड़क पर ब्रेक लगाने से बाइक और स्कूटी फिसल जा रही है। रेलवे स्टेशन से पुलिस लाइन तक गड्ढे नजर आते हैं। इस रास्ते से डेली बाइक और स्कूली से छात्र आते जाते हैं। सड़कों की हालत दुरुस्त नहीं होने की वजह से गिर कर चोटिल होते हैं। जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं। ज्ञानेंद्र रंजन, बेतियाहाता बारिश के बाद सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है। सड़कों की गिट्टियां उखड़ चुकी हैं। इस रास्ते पर चलना जानलेवा साबित हो रहा है। मृत्युंजय ठाकुर, रुस्तमपुर टूटी सड़क पर ब्रेक लगाने से बाइक और स्कूटी फिसल जा रही है। रेलवे स्टेशन से पुलिस लाइन तक गड््ढे नजर आते हैं।शैलेंद्र कुमार, घोष कंपनी 800 मीटर रेलवे बस स्टेशन से पुलिस लाइन तक की सड़क खराब 500 मीटर यूनिवर्सिटी चौराहा से एमपी इंटर कॉलेज तक की सड़क खराब बारिश के चलते सिटी की दो सड़कें खराब हो गई है। इन सड़कों का रिन्युअल के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। बजट मिलते ही रिन्युअल का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ई। अरविंद कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड थर्ड

Posted By: Inextlive