छापे में खुली पोल, चार नपे
-हाई सिक्योरिटी बैरक में मच्छरदानी लगाकर सोते मिले छह बंदी
-डीआईजी जेल की छापेमारी में चार सिपाहियों पर गिरी गाज GORAKHPUR: जिला मंडलीय कारागार में मंगलवार की आधी रात डीआईजी जेल यादवेंद्र शुक्ल ने छापेमारी कर यहां की व्यवस्था की पोल खोल दी। हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद कैदी मच्छरदानी लगाकर आराम से सोते मिले। डीआईजी ने इस लापरवाही पर जेल के चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। मच्छरदानी पर है बैन जिला जेल कारागार में मंगलवार की रात लगभग 12 बजे डीआईजी जेल ने एक-एक बैरक की तलाशी ली तो हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद छह कैदी मच्छरदानी में सोते मिले। गौरतलब है कि जेल मैनुअल में जेल के अंदर मच्छरदानी प्रतिबंधित है। इस मामले में लापरवाही मिलने पर मुन्नालाल, बृजमोहन, योगेश सहित चार पुलिस कर्मियों को डीआईजी ने सस्पेंड कर दिया। पिछली बार मिला था प्रतिबंधित सामानकुछ दिन पहले डीएम ओएन सिंह व एसएसपी अनंत देव ने भी जेल में छापा मारा था। उस दौरान कैदियों के पास से कई प्रतिबंधित सामान मिले थे। तन्हाई बैरक में टाटा स्काई लगी टीवी, मोबाइल फोन चार्जर सहित कई सामान मिले थे। डीएम ने इस मामले में संयुक्त कार्रवाई रिपोर्ट भी शासन को भेजी थी।
हाई सिक्योरिटी में बंद हैं कैदी
जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में आतंकवादी, खूंखार या फिर उन कैदियों को रखा जाता है जिनकी जान पर खतरा होता है। इस तरह के बंदियों को सिर्फ जेल मैनुअल के मुताबिक ही सुविधाएं दी जाती है। वर्जन जिला जेल में छापेमारी के दौरान प्रतिबंधित सामान पहुंचाने में पुलिस कर्मियों की लापरवाही मिली है। जेल में मच्छरदानी कैसे पहुंची इस मामले की जांच कराई जा रही है। लेकिन लापरवाही सामने दिखाई पड़ने पर चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। -यादवेंद्र शुक्ल, डीआईजी जेल