शहर के 200 कामों पर लग गया ग्रहण
- नगर निगम ने निकाला टेंडर और विवाद में फंस गया काम
- सबसे अधिक सड़क और नाली निर्माण का है कार्य - पब्लिक हो रही परेशान, विवाद का बहाना बना रहा नगर निगम GORAKHPUR: नगर निगम और जीडीए में होने वाले कामों में हमेशा ही पेंच फंस जाता है। कई बार काम शुरू होने से पहले तो कई बार आधे काम के बाद ही दोनों के कामों में विवाद शुरू हो जाता है। शहर के बड़े जिम्मेदारों की लापरवाही और विवादों का असर अब शहर पर पड़ने लगा है। हालत यह है कि दोनों के बीच विवाद की वजह से 200 से अधिक काम पेंडिंग पड़ गए हैं। इन अधूरे कामों की वजह से रोजाना पब्लिक को परेशान होना पड़ रहा है। नगर निगम और जीडीए के हैं कार्यनगर निगम के काम फंसने से जहां गलियों में ग्रहण लगा हुआ है, वहीं जीडीए के प्रमुख सड़कों को ही विवाद ने अपने जद में ले लिया है। पिछले छह माह से जीडीए मोहद्दीपुर रोड का चौड़ीकरण करा रहा है। इसमें प्रथम चरण को पूरा कर लिया है, लेकिन बिजली विभाग और वन विभाग की लापरवाही के कारण कार्य ठप हो गया है, जिससे पब्लिक को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। दिन में तो मोहद्दीपुर में खोदी गई रोड के कारण धूल उड़ रही है, जिससे राहगीर काफी परेशान हैं। जीडीए टावर पर सिटी मॉल के पास वन विभाग की जमीन है। विभाग वहां से अंडरग्राउंड केबल नहीं ले जाने दे रहा है, जिसके कारण जीडीए टावर पर अभी तक बिजली नहीं पहुंच पाई है।
क्रॉस नालियों के काम ठप शहर में अधूरे काम सभी तरह के हैं। कहीं नाली अधूरी है तो कहीं क्रॉस नालियां को लेकर विवाद के चलते रुके हुए हैं। इससे नालियों का पानी निकलने और पब्लिक को भी आने-जाने में काफी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ रहा है। कई बार तो बच्चे और बुजुर्ग गिरकर घायल हो जा रहे हैं। गलियों में तो स्थिति यह है कि कई गलियों में दो से तीन फीट पानी जमा हो गया है। वहीं कई अधिकांश गलियों में आधा क्रॉस टूटने के कारण जाम का कारण भी बन जा रहा है। ऐसे कार्यो की सूची तैयार की जा रही है। इसके बाद दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया जाएगा और इसी समझौते के आधार पर विकास कार्य फिर से शुरू किया जाएगा। एसके केसरी, चीफ इंजीनियर, नगर निगम