ईस्ट यूपी में मानसून ने अब मेहरबानी दिखाई है. पूर्वांचल के जिले मूसलाधार बारिश से प्रभावित होना भी शुरू हो चुके हैैं. गोरखपुर में भले ही हैवी रेन नहीं है लेकिन नदियों का जल स्तर बढऩा शुरू हो गया है. यही वजह है कि राप्ती नदी बर्डघाट का जलस्तर 71.850 आरएल मीटर हो गया है. जबकि खतरा बिंदु 74.98 है. वहीं सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की टीम लगातार बंधे और जल स्तर पर निगाहें टिकाए हुए है.


गोरखपुर (ब्यूरो).दरअसल, यूपी ईस्ट में मानसून सक्रिय तो हो गया है। बादल भी छाए हुए हैैं। रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है। बीते 24 घंटे में 58 मिलीमीटर बारिश भी रिकॉर्ड की गई। इससे जहां गोरखपुराइट्स के चेहरे पर मुस्कान हैैं। वहीं, रूरल एरिया में अपने खेती को लेकर किसानों के चेहरे पर शिकन भी काफी हद तक कम हो गई है। हिमालय की पहाडिय़ों से मानसून की ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके कारण हिमालय से सटे तराई क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदला गया है। नेपाल की तरफ से घने बादल आ रहे हैं। इसके कारण मंगलवार को सुबह, दोपहर में कुछ इलाकों बारिश हुई तो कई मोहल्ले में बारिश भी नहीं हुई। सिर्फ बूंदाबांदी तक ही रह गई। बारिश होने की संभावना


बादलों की मौजूदगी और बारिश के कारण दिन व रात का पारा लुढ़क गया। मंगलवार को दिन में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस व रात में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मौसम विशेषज्ञ केसी पांडेय की माने तो हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में मानसून की ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसका असर कुछ दिनों तक रहेगा। बारिश होने की पूरी संभावना है। एक नजर में जलस्तर रिवर - स्टेशन - डेंजर लेवल - रिवर स्टेटस

सरयू (घाघरा) - अयोध्या - 92.73 - 92.46सरयू (घाघरा) - तुर्तीपार - 64.01 - 62.01 कुआनो - मुखलीसपुर - 78.65 - 74.58राप्ती - बर्डघाट - 74.98 - 72.05रोहिनी - त्रिमुहानीघाट - 82.44 - 79.68 15 जून से 31 अगस्त 2022 तक औसत वर्षा जून - 150.3 मिमीजुलाई - 104.6 मिमीअगस्त - 258.8 मिमी

Posted By: Inextlive