Gorakhpur News: जिले में सारे विभाग एक्टिव, फिर क्यों हर साल डेंगू मार रहा डंक?
गोरखपुर (ब्यूरो) रिश शुरू होते ही सिटी में मच्छरों का ताडंव शुरू हो जाता है। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान लगातार चेकिंग और अवेयरनेस अभियान भी चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी पानी की टंकियों, कूलर और टायर की दुकानों पर बाहर रखे टायरों में पानी भरा नजर आ रहा है। इसकी वजह से प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी मच्छरों के पनपने का क्रम जारी है।
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गुरुवार को टीपीनगर स्थित टायर के दुकानों के बाहर रखे टायरों को देखा तो हैरान कर देने वाला दृश्य सामने आया। दुकानों के आसपास टायरों का ढेर लगा मिला। कुछ टायरों में पानी जमा था। वहीं लालडिग्गी पार्क तालाब में पानी का ठहराव था। उसमें काई की मोटी परत नजर आई। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि टायरों व लालडिग्गी पार्क में जलभराव में लार्वा पनप सकते हैं। हेल्थ डिपार्टमें से मिले आंकड़ों के मुताबिक 2023 में जिले में 276 डेंगू के केस मिले हैं। जबकि 2024 में अभी तक छह डेंगू के केस मिल चुके हैं।
साफ पानी में पनपतासाफ ठहरे हुए पानी में डेंगू का लार्वा पनपता है। बारिश की वजह से जगह-जगह जलभराव हो रहा है। जलभराव की वजह से मच्छरों का प्रकोप भी बढऩे लगा है। लोग मलेरिया और डेंगू बीमारी फैलने को लेकर सहमे हुए हैं।
दावा है मजबूत हेल्थ डिपार्टमेंट संचारी रोग अभियान के तहत एटी लार्वा के साथ नगर निगम के सहयोग से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस दौरान लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। मलेरिया विभाग की ओर से लोगों को समझाया जा रहा है कि सप्ताह मेें एक बार कूलर का पानी जरूर बदल दें। टंकियों का पानी साफ रखें। गमलों का पानी बदलते रहें। ऐसा ना करने पर लार्वा पनप सकते हैं। डेंगू के लक्षणजब डेंगू बुखार ज्यादा गंभीर नहीं होता है तो बच्चों और किशोर में मुश्किल से इसके लक्षण दिखाई देते हैं। यदि लक्षण होते भी हैं तो यह संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के चार से सात दिनों तक रहते हैं। डेंगू बुखार में सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन आना और आंखों में दर्द की शिकायत होती है।
डेंगू के केसेजवर्ष केस
2017 11
2018 25
2019 114
2020 09
2021 67
2022 318
2023 276
2024 06 बुखार में बरतें सावधानी प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखाएं डॉक्टर की निगरानी में दवा के साथ पर्याप्त बेडरेस्ट लें तरल भोजन पदार्थ का सेवन करें और खूब पानी पीएं तेज बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें सेंसटिव एरिया टीपीनगर, लालडिग्गी पार्क, बशारतपुर, भटहट, बिछिया कॉलोनी, छोटेकाजीपुर, दीवान बाजार, गोरखनाथ, ईस्माइल चक, झरना टोला, मोहद्दीपुर, नथमलपुर, निजामपुर, पुर्दिलपुर, शाहपुर, तारामंडल, जाफरा बाजार आदि।
सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे के अनुसार, हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है। टायरों में जमा पानी से एडीज मच्छर के लार्वा पनपते हैं। इसकी वजह से डेंगू के मामले सामने आते हैं। दुकानों के सामने रखे टायर या कबाड़ की दुकान में जलभराव मिलता है तो मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा।
टीम ने किया निरीक्षण
ट्रांसपोर्टनगर में गुरुवार को वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक प्रभात रंजन सिंह एवं राहुल सिंह, कीट संग्रहकर्ता जितेन्द्र कुमार आदि की टीम की ओर से निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान टायर की दुकानों में डेंगू एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों को लेकर सघन सर्वे किया गया। संबंधित दुकानदारों को रोगों के बारें में विस्तृत जानकारी भी दी गई। इस दौरान कई के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। निर्देश दिया गया कि टायरों के अंदर जमा पानी तुरंत हटा दें तथा उनको प्लास्टिक कवर/त्रिपाल से ढंक कर रखें। एक सप्ताह के बाद सर्वे में यदि ऐसा नहीं पाया गया तो टायरों को नगर निगम जब्त कर लेगा। एंटी लार्वा का छिडकाव, चूना/मैलाथियान, डस्टिंग कराया गया। सायंकालीन फागिंग तथा अगले 2-3 दिनों तक छिड़काव का निर्देश दिया गया। लोगों को डेंगू एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव के संबंध में जानकारी देते हुये प्रचार-प्रसार सामग्री, हैण्डबिल एवं पम्पलेट का वितरण किया गया।