डेंगू का आतंक, चिकनगुनिया भी कर रहा तंग
- जिले में डेंगू व चिकनगुनिया के मरीज बढ़ने से लोगों में दहशत
- एक ही दिन में चिकनगुनिया के दस मरीज आए सामने - नगर निगम व स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही से बढ़ रहे मरीज GORAKHPUR: जिले में एक तरफ डेंगू का दहशत है तो वहीं चिकनगुनिया भी अपना पांव पसारने लगा है। बुधवार को निजी पैथोलॉजी में चिकनगुनिया के दस मरीज पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग इन आंकड़ों को नहीं मान रहा है। वह सिर्फ जिला अस्पताल में होने वाले टेस्ट को ही अपने आंकड़े में शामिल कर रहा है। फैल रही बीमारियांमौसम में बदलाव की वजह से बीमारियां फैलती जा रही हैं। पिछले साल डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या काफी कम थी लेकिन इस समय डेंगूच्मच्छरों ने सिटी और ग्रामीण एरियाज में कहर बरपा रखा है। वहीं, जिम्मेदारों की लापरवाही का आलम ये है कि अलर्ट के बाद भी इन बीमारियों से निपटने के इंतजाम नाकाफी हैं। पहली बार चिकनगुनिया के केस इतने अधिक सामने आए हैं। सूत्रों की मानें तो सिटी के एक पैथोलॉजी में जांच के दौरान आई रिपोर्ट में दस चिकनगुनिया के पॉजिटिव मरीज मिले हैं। लेकिन यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के खाते में नहीं दर्ज है। वह सिर्फ अपने खाते में दर्ज आंकड़े को ही सही मानकर बैठा है।
बॉक्स् डेंगू के पांच और मरीज मिले वहीं, दूसरी तरफ डेंगू के डंक से सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल के पैथोलॉजी की रिपोर्ट में पांच मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब तक 853 मरीजों का एलाइजा टेस्ट हो चुका है। जिनमें 216 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जबकि गोरखपुर जिले के 135 डेंगू मरीज भर्ती हैं। बाकी अन्य जिले के मरीज हैं। जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में 75 मरीज भर्ती हो चुके हैं। जिनमें से 68 मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं। जबकि वर्तमान में डेंगू वार्ड में सात मरीजों का इलाज चल रहा है। वर्जन इस मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया दोनों बीमारियां फैलती हैं। जिसे क्रॉस चेक करना जरूरी होता है। मरीजों की डेंगू और चिकनगुनिया दोनों जांच कराना जरूरी होता है। पिछले वर्ष काफी कम केस थे लेकिन इस बार इसमें बढ़ोत्तरी हुई है। - डॉ। अमित गोयल, लाइफ पैथोलॉजी