गोरखपुर यूनिवर्सिटी में 21 जुलाई का दिन बेहद शर्मनाक रहा. यहां प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता को कंट्रोल करने में पुलिस प्रशासन से झड़प के बाद मारपीट हो गई. इसे कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने उनपर बल का प्रयोग किया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।देखते-देखते फीस बढ़ोतरी का विरोध उग्र हो गया। इस मारपीट में गोरखपुर यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार का कार्यभार देख रहे प्रो। एसके सिंह को गंभीर चोटे आई हैं, वहीं पुलिसिया कार्रवाई में कई एबीवीपी कार्यकर्ता भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सुबह 10 बजे शुरू हुई प्रदर्शनगोरखपुर यूनिवर्सिटी में तीन दिन चल रहे चल रहे प्रदर्शन का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। एबीवीपी कार्यकर्ता सुबह 10 बजे से यूनिवर्सिटी गेट पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। बीच-बीच में वह अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी भी कर रहे थे। दोपहर तीन बजे सीओ योगेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ गोरखपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे और वीसी प्रो। राजेश सिंह से मुलाकात की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल यूनिवर्सिटी के अंदर आ गई। वीसी के निकलने पर बवाल
दोपहर तीन बजे के बाद एबीवीपी कार्यकर्ता इंतजार कर रहे थे कि वीसी अब आएंगे और उनकी बात सुनेंगे। लगभग साढ़े तीन बजे के करीब सीओ योगेंद्र सिंह की टीम वीसी प्रो। राजेश सिंह को लेकर बाहर आई। इस दौरान जैसे ही कार्यकर्ताओं ने उनसे बात करने की कोशिश की तो वीसी ने बजाए स्टूडेंट्स से बातचीत करने के अपना मुंह फेर लिया और वहां से आगे बढऩे लगे। इस बीच वहां मौजूद सभी कार्यकर्ता विरोध करते हुए वीसी को रोकने के आगे की ओर बढऩे लगे। बुरी तरह घायल हुए रजिस्ट्रारजैसे ही कार्यकर्ता वीसी को रोकने पहुंचे तो पुलिस और स्टूडेंट्स में मारपीट हो गई। इसमें कई स्टूडेंट्स घायल भी हो गए। वहीं, कुछ पुलिसवालों को भी चोटें आ गईं। इस दौरान वीसी प्रो। राजेश सिंह जब ऑफिस से बचकर निकल रहे थे, तभी वहां मौजूद कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो। अजय सिंह वहां मौजूद भीड़ के हाथ में आ गए। स्टूडेंट्स ने लात-जूतों से उन्हें बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है।

Posted By: Inextlive