ये गर्मी करंट मारने वाली है..
- गर्मी बढ़ते ही बढ़ी डिमांड, बिजली विभाग नहीं कर पा रहा सप्लाई
- रूटीन कटौती और लोकल फॉल्ट ढाएंगे कहर, घंटों गुल रहेगी बिजली GORAKHPUR : गर्मी शुरू होते ही बिजली ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पारा चढ़ा नहीं कि कटौती और लोकल फॉल्ट शुरू हो गए हैं। घरों व दफ्तरों में एयरकंडीशनर, कूलर व अन्य अप्लायंसेज का यूज बढ़ते ही सिटी में अचानक बिजली की डिमांड बढ़ गई है। इस बढ़ी हुई डिमांड के अनुपात में बिजली विभाग सप्लाई नहीं कर पा रहा है जिसका नतीजा कटौती के रूप में देखने को मिल रहा है। अभी से शहर में ब् से म् घंटे तक बिजली गुल होने लगी है। लोकल फॉल्ट और ट्रांसफॉर्मर जलने की घटनाओं से होने वाली कटौती तो कई गुना ज्यादा है। ऐसे में तैयार रहिए, ये गर्मी करंट मारने वाली है। मौसम के साथ बदलती है डिमांडसिटी में जैसे-जैसे मौसम बदलता है, बिजली की डिमांड भी कम-ज्यादा होती रहती है। जेई प्रदीप दूबे की मानें तो सर्दी-गर्मी के सीजन के दौरान बिजली की डिमांड में ख्0-ख्भ् परसेंट का डिफरेंस होता है। गर्मी के मौसम में सिटी को लगभग फ्90 मेगावाट बिजली की जरूरत होती है। जरूरत के मुताबिक सप्लाई में क्00-क्ख्भ् मेगावाट की कमी रहती है। अचानक बिजली की डिमांड बढ़ने से सिटी में लोकल फॉल्ट्स की संख्या बढ़ गई है। फॉल्ट की वजह से रोज किसी न किसी एरिया में घंटों बिजली गुल हो रही है। रूटीन कटौती के नाम पर अभी से ही ब्-म् घंटे बिजली गुल रहती है।
सिटी का ट्रांसमिशन नेटवर्क सब स्टेशन(क्फ्ख् केवीए) सब स्टेशन (फ्फ् हजार) बरहुआं - लालडिग्गी, रुस्तमपुर, टाउनहाल, रानीबाग, नौसड़ मोहद्दीपुर - मोहद्दीपुर, यूनिवर्सिटी, तारामंडल, खोराबार, शाहपुर, इंजीनियरिंग कॉलेज फर्टिलाइजर - सूरजकुंड, गोरखनाथ, इंडस्ट्रियल एरिया, मेडिकल कॉलेज, विकासनगर तथा राप्तीनगर डिमांड से आधी सप्लाई सब स्टेशन(क्फ्ख् केवीए) डिमांड (गर्मी में) सप्लाई बरहुआं म्0 से 70 एमडब्ल्यूएच भ्0 एमडब्ल्यूएच मोहद्दीपुर 70 से 80 एमडब्ल्यूएच ब्0 से भ्0 एमडब्ल्यूएच फर्टिलाइजर फ्0 एमडब्ल्यूएच ख्0 एमडब्ल्यूएच सिटी में ट्रांसफॉर्मर्स का नेटवर्क और स्थिति- क्फ्क्7 डिवीजन संख्या ओवरलोड जर्जर फर्स्ट भ्0ब् ख्भ्0 क्ब्0सेकेंड फ्98 ख्00 क्00
थर्ड ब्क्7 ख्90 क्भ्0 नोट- इसके अलावा सिटी में क्0 मोबाइल ट्रांसफॉर्मर हैं। यह ट्रांसफॉर्मर अचानक ट्रांसफॉर्मर जलने पर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रखे गए हैं। ऐसे दूर होगा संकट - कंज्यूमर्स घर में अर्थिग लगाए। - जर्जर तारों की मरम्मत करे ताकि लाइन लॉस मिनिमम हो। - बिजली चोरी रोकी जाए। - ट्रांसफॉर्मर को ओवरलोडिंग से बचाया जाए। - ट्रांसफॉर्मर्स का अनबैलेंस समाप्त किया जाए। सिटी में गर्मी शुरू होते ही बिजली की प्रॉब्लम शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार बिजली विभाग बेहतर स्थिति में है। ट्रांसफॉर्मर जलने के बावजूद भ् घंटों के भीतर सप्लाई चालू कर दी जाएगी। कई अन्य फीडर्स को भी सही किया गया है। एके सिंह, एक्सईएन, महानगर विद्युत वितरण निगम