एक तरफ बिजली निगम प्री-पेड कनेक्शन लगाने पर जोर दे रहा है तो दूसरी तरफ सिटी में 278 ऐसे प्री-पेड मीटर आ गए हैं जो खराब हैं. इनमें से कुछ मीटर जब कंज्यूमर्स के कैंपस में लगाए गए तब उनके खराब होने की जानकारी मिली.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इन मीटरों में डेट 2018 शो कर रही है। बिल गड़बड़ होने की आशंका से कंज्यूमर्स परेशान हैं। मीटर सेक्शन के अभियंताओं ने इसकी सूचना स्टोर को दे दी है। लेकिन अब तक मीटर वापस नहीं लिए गए हैं। 22 मीटर सही मिलेविद्युत मीटर स्टोर से मीटर सेक्शन ने 300 मीटर मंगाए थे। इनमें 22 मीटर ही सही मिले। इन मीटरों को पीएम आवास योजना मानबेला, पत्रकारपुरम आदि स्थानों पर लगाया जाना है। कई अन्य कंज्यूमर्स ने भी प्री-पेड कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। मीटर मिलने के बाद अभियंताओं ने इसे लगाना शुरू किया तो हकीकत सामने आई। विद्युत परीक्षण खंड के अधिशासी अभियंता शुभेंदु शाह ने भंडार खंड को पत्र लिखकर ठीक मीटर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। सात हजार से अधिक परिसर में लगे हैं मीटर


सिटी के सात हजार से अधिक घरों में प्री-पेड मीटर लगाए गए हैं। जिन भवन स्वामियों ने अपना मकान किराए पर दिया है, वह भी प्री-पेड मीटर लगवाने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन पर्याप्त मीटर न मिलने से सैकड़ों आवेदनों पर विचार ही नहीं हो पा रहा है। कंज्यूमर कनेक्शन के रुपए जमा कर बिजली आने का इंतजार कर रहे हैं। अपार्टमेंट में प्री-पेड कनेक्शन का है नियम

बिजली निगम ने अपार्टमेंट में प्री-पेड बिजली कनेक्शन का नियम बनाया है। इससे कंज्यूमर्स अपनी जरूरत के अनुसार बिजली का इस्तेमाल तो करते ही हैं, बिजली निगम को पहले ही रुपए मिल जाते हैं। इस कनेक्शन पर न तो मीटर रीडिंग करानी पड़ती है और न ही लोड की जांच ही। निर्धारित क्षमता से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल होने पर कनेक्शन खुद कट जाता है।

Posted By: Inextlive