पेपर प्रेजेंटेशन में डॉ. दीपा अव्वल
- मारवाड़ बिजनेस स्कूल में आयोजित दो दिवसीय नेशनल सेमिनार का हुआ समापन
GORAKHPUR: मारवाड़ बिजनेस स्कूल में चल रहे दो दिवसीय नेशनल सेमिनार का बुधवार को समापन हुआ। इस मौके पर आए अतिथियों ने अपने-अपने विचार रखे। वहीं शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। प्रथम सत्र की अध्यक्षता डीडीयूजीयू प्राणि विज्ञान की डॉ। वीना बत्रा कुशवाहा ने की। शोध पत्र में फर्स्ट प्राइज डॉ। दीपा श्रीवास्तव, सेकेंड प्राइज डॉ। संगीता यादव व शबनम और गीता भारती को थर्ड प्राइज दिया गया। पोस्टर प्रजेंटेशन में प्रियंबदा और प्रियंका को फर्स्ट, कृतिका पांडेय को सेकेंड और शीला सिंह को थर्ड प्राइज दिया गया। जापानी इंसेफेलाइटिस पर डिस्कशनइस दौरान डॉ। वीना ने कहा कि मनुष्य स्वास्थ्य पर वातावरण परिवर्तन का व्यापक प्रभाव पड़ा है। ग्लोबल वार्मिग से वातावरण प्रभावित हो रहा है, जिसका असर मनुष्यों पर भी पड़ रहा है। द्वितीय सत्र में शोध पत्र डॉ। दीपा श्रीवास्तव ने जापानीज इंसेफेलाइटिस के बारे में बताया। इस खतरनाक बीमारी का शिकार विगत तीन वर्षो में 50000 व्यक्ति मर चुके हैं। मनुष्य को बीमारियों से बचने के लिए खतरनाक एवं दूषित पशुओं से दूर रहने पर जोर दिया गया।
पेश हुए 13 रिसर्च पेपरसेमिनार में विभिन्न संस्था से आए हुए शोधार्थियों ने अपना-अपना शोध पत्र पढ़ा एवं कॉलेज के स्टूडेंट्स व प्रतिभागियों ने पोस्टर प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किए। समापन समारोह के चीफ गेस्ट रहे डॉ। आरके उपाध्याय ने किया। जबकि अध्यक्षता डॉ। वीना वत्रा कुशवाहा ने किया। प्रथम तकनीकी सत्र में 3 इनवाइटेड लेक्चरर प्रस्तुत किए गए। द्वितीय सत्र में 2 इनवाइटेड लेक्चर और 13 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। समापन समारोह डॉ। पूनम ओझा ने संचालित किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ। प्राचार्य डॉ। संतोष कुमार त्रिपाठी ने दिया। इस मौके पर कॉलेज के प्रवक्ता में डॉ। प्रमोद कुमार त्रिपाठी, डॉ। सुनील कुमार पांडेय, स्नेहलता जायसवाल, प्रियांशु वर्मा, डॉ। वंदना चौहान, डॉ। एसएसडी मिश्र, प्रियांसु वर्मा, निधि पाठक, श्रेया द्विवेदी, डॉ। प्रीति गुप्ता समेत शोध छात्र उपस्थित रहे।