गोरखपुर में चोर को मिली सजा-ए-मौत!
- पिपराइच के सुभानअली गांव में हुई घटना, चोरों की आहट से जागे परिवार वाले
- एक को दबोचा, चोर हुआ हमलावर तो पब्लिक ने उसे जमकर धुन डाला - गिरोह के अन्य चोर नकदी व जेवरात लेकर भागन में रहे सफल GORAKHPUR:पिपराइच एरिया के जंगल सुभानअली गांव में मंगलवार आधी रात के बाद चोरों ने नगर निगम एंप्लाइ तूफानी भारती के मकान को निशाना बनाया। जब चोर भाग रहे थे तो आहट से बरामदे में सोए तूफान प्रसाद की नींद खुल गई। उन्होंने एक चोर को पकड़ने की कोशिश की तो उसने हमला कर दिया। चीख सुनकर परिवार के अन्य सदस्यों ने शोर मचाया। शोर सुन गांव के लोग पहुंचे और चोर की खंभे में बांध जमकर पिटाई कर दी। वह अधमरा हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस लहूलुहान चोर को अस्पताल लेकर पहुंची लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी। हालांकि पिटाई के दौरान उसे खुद को बिहार के बेतिया जिले का निवासी बताया था।
जानलेवा बन गया चोरजंगल सुभानअली गांव के तूफानी रात खाना खाकर पत्नी गायत्री देवी, बेटे रमौद, बिरजू के साथ बरामदे में सोए थे। बड़ा बेटा दिनेश अपनी पत्नी के साथ कमरे में था। घर में एंट्री वाले गेट पर ताला लगा था। रात में करीब दो बजे आधा दर्जन चोर ताला तोड़कर घर में घुसे और आलमारी तोड़ 50 हजार नकदी समेत इतने के ही जेवर समेट कर जाने लगे। इसी दौरान एक चोर अंधेरे की वजह से तूफानी की चारपाई से टकरा गया और उनकी नींद खुल गई। उन्होंने चोर को पकड़ने की कोशिश की तो चोर ने लाठी से उन पर हमला कर दिया। चीख सुनकर रमौद और बिरजू ने उसे दबोचा और मदद के लिए पुकार करने लगे। बाकी चोर तो भाग निकले लेकिन हमलावर चोर पकड़ा गया।
जनता का खौला खून क्षेत्र में लगातार हो रही चोरियों से आगबबूला गांव के लोग तूफानी के चोट देख अपना आपा खो बैठे। घर के जेवर-नकदी भी चोर लेकर भाग चुके थे। लोगों ने चोर को खंभे से बांध दिया और पिटाई शुरू कर दी। जब वह अचेत हुआ तब पुलिस को सूचना दी गई। भोर में पुलिस मौके पर पहुंची और चोर को लेकर हॉस्पिटल पहुंची। डॉक्टरों ने बताया कि वह मर चुका है। इधर, चोर के मरने की सूचना के बाद गांव के काफी लोग फरार हो गए हैं। गिरोह का पता चला न नाम काभीड़ की गिरफ्त में आए चोर से लोगों ने नाम और पता पूछा था। गांव वालों की माने तो चोर ने बताया कि वह बिहार के बेतिया जिले का रहने वाला है। जबकि गिरोह के अन्य लोगों के बारे में या खुद का नाम वह नहीं बता सका। उसकी मौत हो जाने से पुलिस के लिए ये पता करना मुश्किल हो गया है कि वो था कौन? उसके पास से ऐसी कोई चीज भी नहीं मिली जिससे उसकी शिनाख्त हो सके।
कहीं सटीक मुखबिरी तो नहीं घटना में एक दिलचस्प फैक्ट ये भी है कि तूफानी ने मंगलवार को ही स्वयं सहायता समूह से 50 हजार रुपये का लोन लिया था। शाम में वह रकम लेकर घर पहुंचे थे और रात में चोरों ने धावा बोल दिया। ऐसे में ये आशंका भी पैदा हो गई है कि कहीं रकम लेने की सटीक मुखबिरी ही तो चोरों को तूफान भारती के घर तक तो नहीं खींच लाई थी। अप्रैल में बेटी की शादीतूफान भारती ने पुलिस को बताया कि उसके बेटी की शादी अप्रैल में होनी है। इसलिए परिवार लगातार शादी की तैयारी में जुटा हुआ है। पिछले कुछ महीने से रकम जोड़ जोड़ कर जेवरात खरीदे गए थे जो चोर ले गए हैं। मंगलवार को लोन ली गई 50 हजार रुपये की धनराशि भी कुछ लोगों को एडवांस देने के लिए ही उसने उठाए थे लेकिन वो रकम भी गई।
अफसोस से ज्यादा आक्रोश सुभानअली गांव में चोर की पिटाई से मौत के मामले में गांव और आस-पास के गांवों में किसी को कोई अफसोस नहीं है। उलटे जनता में करीब एक लाख रुपये की नकदी और जेवरात चले जाने से आक्रोश ही है। लोगों का कहना है कि जब चोर किसी की हालत पर रहम नहीं खाते तो जनता क्यों रहमदिली दिखाए। यदि और कोई चोर पकड़ा गया होता तो उसका भी यही अंजाम होता। बेटे भी हो गए घायलचोर को पकड़ने में तूफान भारती के परिवार ने काफी हिम्मत दिखाई। करीब आधा दर्जन की संख्या होने के बावजूद परिवार के लोगों ने आखिरी तक संघर्ष किया और एक चोर को पकड़ने में कामयाब रहे। चोरों ने अपने साथी को छुड़ाने के चक्कर में तूफान के साथ बेटों को भी पीटा लेकिन परिवार ने उसे छोड़ा नहीं। गांव के लोगों से घिर जाने की आशंका पर चोर अपने साथी को छोड़ कर भाग निकले। देर रात तक खेतों में उन्हें खोजा भी गया लेकिन वो हाथ नहीं आ सके। हमले में तूफान के अलावा उसके बेटे दिनेश, बिरजू, रमौद को भी चोटें लगीं।
चोरी करते हुए पकड़े जाने पर पब्लिक की पिटाई से युवक की मौत हुई है लेकिन अभी उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर पहचान करने की कोशिश की जा रही है। शिनाख्त हो तो गिरोह को भी पकड़ा जा सकेगा। लव कुमार, एसएसपी