जानलेवा जाड़ा: एक्सीडेंट में गई 422 की जान
गोरखपुर (ब्यूरो)। केस-1: मां-बाप के साथ गिरी बच्ची, व्हीकल ने कुचला बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट के सामने बीते सोमवार की सुबह तेज रफ्तार व्हीकल की चपेट में आने से बाइक सवार दंपति गिर गए। उनके साथ मौजूद चार साल की बेटी सड़क पर व्हीकल की चपेट में आ गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।केस-2: एग्जाम देकर लौट रहे अभ्यर्थियों को ट्रक ने रौंदा खोराबार एरिया के जंगल चंवरी फोरलेन पर बीते रविवार को बाइक सवार युवक और युवती की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार अभ्यर्थियों को रौंद दिया। दोनों देवरिया से टीईटी का एग्जाम देकर लौट रहे थे। उनकी पहचान बेलघाट निवासी शिवम दुबे (25) और देवरिया जिला निवासी किरण पटेल (24) के रूप में हुई थी।
जिले में ठंड बढऩे के साथ रोड एक्सीडेंट भी बढ़ गए हैं। सड़क पर चलने के दौरान लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। बीते दो दिनों में एक मासूम संग तीन लोगों की जान जा चुकी है। अलग-अलग जगहों पर हुए हादसों में 10 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार, लापरवाही और कोहरे की वजह से एक्सीडेंट हो
रहे हैं। सावधानी बरतकर ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। लापरवाही, तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग बन रही वजह हाल के दिनों में हुए एक्सीडेंट में लापरवाही हादसे की वजह बनी है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि अधिकांश घटनाओं में तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग से भी घटनाएं हो रही हैं। इसलिए लोगों को चाहिए कि सावधानी पूर्वक अपने व्हीकल चलाएं।हर साल हो रही मौतें, नहीं चेत रहे लोग एक्सीडेंट में हर साल लोगों की जान जाती है। सैकड़ों लोग घायल भी हो जाते हैं। इसके बाद भी लोग सजग नहीं हो रहे हैं। वर्ष 2021 में एक्सीडेंट में कुल 422 लोगों ने जान गंवाई जबकि वर्ष 2020 में 367 लोगों की मौत हुई है। वर्ष एक्सीडेंट मौत घायल 2021 956 422 5892020 780 367 467
2019 330 270 344जिले में 18 स्थानों पर हैं ब्लैक स्पॉटकोनी मोड़ तिराहा फोरलेन, पीपीगंज, रामनगर करजहां, जंगल धूसड़ से पिपराइच, चौरीचौरा से भोपा बाजार, बेलो सिधावल, मरचहवा बाबा तिराहा, देवीपुर, रामपुर बुजुर्ग, चवरिया खुर्द, बोकटा, खजांची चौराहा, चौमुखा, भीटी रावत, कसीहार बगहावीर मंदिर, बोकटा, दाना पानी होटल, भीटीरावत, मरचही कुटी, रावतगंज, फुटहवा इनार, निबियहवा ढ़ाला, चौमुखा और नौसढ़वर्जनएक्सीडेंट रोकने के लिए समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं। सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों को अवेयर किया जाता है। एक्सीडेंट के चिन्हित स्पॉट पर साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं। डॉ। एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक