पुलिस कह रही सुसाइड, हालात बता रहे मर्डर
- बेलीपार एरिया में चनऊ के पास हुई वारदात
- वेंस्डे नाइट पेट्रोल पंप से अकेले निकले थे समीर GORAKHPUR : बेलीपार एरिया में पेट्रोल पंप ओनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात वेंस्डे नाइट चनऊ के पास फोरलेन किनारे हुई। थर्सडे मार्निग कार में डेड बॉडी देखकर पब्लिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस अफसरों ने मौका मुआयना करने के बाद सुसाइड की बात कही। फैमिली मेंबर्स ने किसी से कोई दुश्मनी होने से इंकार किया। सुसाइड की खास वजह सामने न आने से कहानी और उलझ गई। मौका-ए-वारदात की परिस्थितियां मर्डर की तरफ इशारा कर रहे थे। पोस्टमार्टम में भी चार फीट की दूरी से गोली मारे जाने की पुष्टि हुई है। आधे घंटे बाद लौटने की बात कहकर पंप से निकले समीरकैंपियरगंज एरिया के पांडेयपुरा के मूल निवासी स्व। अनूप पांडेय की फैमिली खुर्रमपुर में रहती हैं। दो बहनों के बीच इकलौते समीर पांडेय, पिता के बाद कारोबार देखने लगे। हाइवे पर दाउदपुर में उनका श्रीमाधव पेट्रोल पंप और टीपी नगर में टायर की एजेंसी है। उनके चेचेरे भाई दुर्गेश पांडेय की टायर शॉप गोलघर में है। वेंस्डे नाइट करीब साढ़े नौ बजे समीर अपने पेट्रोल पंप का हिसाब-किताब करने पहुंचे। कर्मचारी ज्वाला चौबे और अनिल पांडेय से आधे घंटे के बाद आने की बात कहकर अपनी कार से कहीं चले गए। साढ़े क्0 बजे तक वह नहीं लौटे तो कर्मचारियों ने फोन लगाया। मोबाइल पर रिंग बजती रही, लेकिन काल रिसीव नहीं हुआ। परेशान हाल चचेरे भाई दुर्गेश पांडेय, कर्मचारियों के साथ एसएसपी के कैंप आफिस पहुंचे। सर्विलांस सेल से मदद मांगी, लेकिन रात में मोबाइल कंपनियों से कोई डाटा न मिलने की जानकारी हुई। लखनऊ हाइवे पर भी लोगों ने समीर की तलाश की गई, लेकिन कोई पता नहीं चल सका।
ट्रिगर में फंसी थी उंगलीएकला बांध पर चनऊ के पास फोरलेन किनारे पब्लिक ने कार में डेड बॉडी देखी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो कार की स्टेयरिंग सीट पर डेड बॉडी मिली। दाहिनी तरफ कनपटी से गोली आरपार हो गई थी। दाहिने हाथ की उंगलियों में पिस्टल की ट्रिगर फंसी हुई थी। बगल की सीट पर होल्सटर और टैबलेट पड़ा था। मृतक की पहचान समीर के रूप में हुई। पुलिस की सूचना पर फैमिली मेंबर्स पहुंच गए। खून से डेड बॉडी सनी थी। पहली जांच पड़ताल में पुलिस ने सुसाइड का मामला बताया। फैमिली मेंबर्स ने जहां किसी से कोई दुश्मनी होने से इंकार किया। वहीं सुसाइड की वाजिब वजह का पता नहीं चल सका। अलबत्ता यह जरूर सामने आया कि दो दिनों के भीतर समीर कोई लग्जरी व्हीकल खरीदने वाले थे।
हत्या करके सुसाइड का रूप देने की हुई कोशिश पुलिस जहां वारदात को सुसाइड बता रही है वहीं परिस्थि्तियां मर्डर की तरफ इशारा कर रही थीं। सुसाइड करने के लिए गोली चलाने पर पिस्टल हाथ से छूटकर गिर जाती, अंगुलियों में फंसी नहीं रहती। सुसाइड करने वाला व्यक्ति होल्सटर निकालकर बगल की सीट पर क्यों रखेगा? कार में चाबी लगी थी उसको फोरलेन के पास इस तरह खड़ा किया गया कि किसी वाहन से रात में टक्कर हो जाए। हालांकि रात में किसी वाहन से कार की टक्कर नहीं हुई। डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ तो सारे तथ्य मर्डर का इशारा करने लगे। रात में करीब एक से दो बजे के बीच मर्डर की पुष्टि हुई। चार से पांच फीट की दूरी से गोली मारी गई थी इसलिए कोई ब्लैक स्पॉट नहीं पाया गया। सुसाइड में गोली चलाने के दौरान हाथ हिलने से गोली इधर उधर चली जाती। कनपटी में लगी गोली सीधे आरपार हो गई थी।मौके के मुआयना किया गया है। पहली जांच पड़ताल में सुसाइड की पुष्टि हो रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दूसरे बिंदुओं पर जांच की जाएगी। फैमिली मेंबर्स ने किसी से कोई दुश्मनी होने से इंकार किया है। मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद भी ली जाएगी।
ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण