वो कौन था, जिसे मौत की नींद सुला गए
-शाहपुर के लोको ग्राउंड में पानी की टंकी के नीचे पड़ी थी डेड बॉडी, नहीं हुई पहचान
GORAKHPUR: शाहपुर एरिया के डेयरी रेलवे कॉलोनी स्थित लोको ग्राउंड में 25 वर्षीय युवक की बुधवार को दिन में डेड बॉडी मिली। धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस डेड बॉडी की पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई है।शाहपुर थाना क्षेत्र के लोको ग्राउंड मैदान में पानी की टंकी के नीचे बुधवार दिन में तीन बजे के आस-पास वॉल्वमैन दुर्गा प्रसाद पांडेय ने डेड बॉडी देखने के बाद पुलिस को सूचना दी। युवक काली छींटदार टी शर्ट और नीली जींस पैंट पहने था। पैर में लेदर का महंगा जूता था। वॉल्व मैन ने पुलिस को बताया कि दिन में 12 बजे के आसपास पानी की सप्लाई बंद करने के बाद वह घर चले गए। उस समय तक सब कुछ सामान्य था। दिन में 3 बजे पानी की सप्लाई देने के लिए टंकी का मोटर चालू करने पहुंचे। मोटर का स्विच ऑन करने के लिए सीढ़ी पर चढ़ रहे थे तो डेड बॉडी दिखी।
फैला था खूनडेड बॉडी के चारों तरफ काफी खून पसरा हुआ था। इससे स्पष्ट है कि पानी की टंकी के नीचे ही हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। खून अभी पूरी तरह से सूखा नहीं था। इस आधार पर माना जा रहा है कि डेड बॉडी देखे जाने से कुछ घंटे पहले ही युवक की हत्या की गई है। इकहरे बदन और गोरी रंगत वाले युवक की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल यह नहीं पता चला है थ्क हतरूा किसने क्यों और कब की? उधर पुलिस को कहना है कि युकव की पहचान होने के बाद ही इन सवालों को जवाब मिल सकेगा।
दशहरे में लगा था मेलाहर साल की तरह इस बार भी लोको ग्राउंड में मंगलवार को दशहरे का मेला लगा था। शाहपुर एरिया के लोग बड़ी संख्या में सुबह और शाम को इस मैदान पर टहलने आते हैं। दिन में भी बड़ी संख्या में बचचे इस ग्राउंड में क्रिकेट आदि खेलते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि युवक पानी की टंकी के नीचे कब पहुंचा? मैदान में दिन भर रहने वाले भीड़-भाड़ की वजह से किसी को जबरिया पानी की टंकी के नीचे नहीं ले जाया जा सकता। आशंका जताई जा रही है कि उसकी हत्या करने वाले साजिश के तहत उसे अपने साथ लेकर वहां गए होंगे। युवक को काफी अधिक शराब पिलाने के बाद उसकी हत्या की गई होगी।
--------- यहां हर दिन रहता है अराजक तत्वों का जमावड़ा लोको ग्राउंड में शाम होते ही अराजक तत्वों का जमावड़ा शुरू हो जाता है। वहीं शराब पीने वालों की भी संख्या अधिक होती है। इसे लेकर आसपास रेलवे आवास में रखने वाले लोग भी काफी परेशान रहते हैं। उन्होंने पार्षद मंतालाल ने पुलिस से शिकायत भी की थी। इसके बावजूद पुलिस कर्मी उन्हें रोक पाने में नाकाम रहे।