पुलिया के नीचे मिली मुनीम की लाश
- पाली के टोला झझवा गांव की घटना
- 5ाट्ठे से सौ मीटर दूरी पर स्थित पुलिया के नीचे मिली लाश GORAKHPUR : बांसगांव एरिया के पाली झझवा के पास एक स्थित ईट भट्ठे के पास एक पुलिया के नीचे युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। सुबह नेचुरल कॉल पर निकले ग्रामीणों को भट्ठे से महज सौ मीटर दूरी पर लाश दिखी। गांववालों ने पुलिस को सूचना दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान पाली झझवा के निवासी उमाशंकर तिवारी के तौर पर हुई। घटना की जानकारी पाकर उमा के परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोगों ने हत्या की आशंका जताई है हालांकि पुलिस मृतक के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान से इनकार कर रही है। भट्ठे पर मुनीम था उमाशंकरबांसगांव एरिया के पाली झझवा का निवासी उमाशंकर तिवारी पिछले पांच साल से गांव के पास स्थित उसी ईट भट्ठे पर काम करता था, जहां से कुछ दूरी पर मंडे को उसकी लाश मिली। गांववालों की मानें तो संडे को भट्ठे पर हफ्ता बंटा। रात में उमाशंकर ने अपने चार साथियों के साथ दावत उड़ाई। पांचों ने रात में शराब भी पी। दावत खत्म होने पर वह पैदल ही घर के लिए निकला था। सुबह ईट भट्ठे से सौ मीटर दूर स्थित पुलिया के पास दस फीट नीचे उसकी लाश मिली। पुलिस के मुताबिक उसके शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले, जबकि परिवार वालों ने आशंका जताई है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है और लाश को पुलिया के नीचे फेंक दिया गया है। संदेह दूर करने के लिए पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया।
कहां गया पैसा और मोबाइल? मृतक उमाशंकर के पास 30 हजार रुपये और एक मोबाइल था। लाश के पास से रुपए और मोबाइल पुलिस को नहीं मिले। इसके अलावा उमाशंकर के पैरों में चप्पल भी नहीं थी। इसी से आशंका जताई जा रही है कि शायद पैसों के लिए उमाशंकर की हत्या की गई और लाश को पुलिया के नीचे फेंक दिया। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि उमाशंकर की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह ईट भट्ठे के अलावा कहीं आता-जाता भी नहीं था। जून में है बेटे की शादीउमाशंकर ने अपने बड़े बेटे संजीव की शादी तय कर दी?थी। 31 मई को तिलक और 3 जून को शादी की तारीख मुकर्रर हुई, लेकिन उमा की मौत की खबर से घर में मातम पसर गया है।
मृतक की शिनाख्त हो गई है। शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अंशुमान यदुवंशी, बांसगांव एसओ