वीसी सर, बाथरूम जाने में डर लगता है ..
- डीडीयूजीयू की सेंट्रल लाइब्रेरी में भारी अव्यवस्था का हाल
- टूटी कुर्सियों पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं स्टूडेंट्स - टॉयलेट के दरवाजे में कुंडी तक नहीं, छात्राओं को होती है दिक्कत GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के सेंट्रल लाइब्रेरी की बदहाली इस कदर है छात्राओं को बाथरूम तक जाने में डर लगता है। ये हम नहीं बल्कि खुद सेंट्रल लाइब्रेरी के नेहरू हॉल में आने वाले स्टूडेंट्स का कहना है। यहां के हालात इतने खराब हैं कि ना तो बैठने के लिए ढंग की कुर्सियां हैं और ना ही साफ पानी की व्यवस्था। सबसे खराब स्थिति तो बाथरूम की है। यहां हमेशा ही गंदगी की ढेर लगा रहता है। बाथरूम में लगी टोटियां भी लीक करती रहती हैं। टॉयलेट के दरवाजों में कुंडी तक गायब है। स्टूडेंट्स की शिकायत है कि सेंट्रल लाइब्रेरी के जिम्मेदार उनकी शिकायत को हर बार नजरअंदाज कर देते हैं।टूटी कुर्सियों पर बैठकर पढ़ाई
यहां के हालात जानने आई नेक्स्ट रिपोर्टर मंगलवार को सेंट्रल लाइब्रेरी पहुंचा। बात करने पर स्टूडेंट्स ने एक सुर में शिकायतों की झड़ी लगा दी। उनका कहना था कि यहां रखी 80 से ज्यादा कुर्सियां टूटी हुई हैं। वहीं, पीने के पानी की भी व्यवस्था काफी खराब है। स्टूडेंट्स ने बताया कि जिम्मेदारों से शिकायत करने पर भी कोई नहीं सुनता। हर बार सिर्फ आश्वासन देकर चुप करा दिया जाता है।
टॉयलेट में कुंडी तक नहीं नेहरू हॉल की इस अव्यवस्था के चलते तो सबसे बड़ी समस्या छात्राओं के सामने खड़ी हो गई है। यहां आईं छात्राओं ने रिपोर्टर को बताया कि लाईब्रेरी के टॉयलेट में कुंडी तक नहीं है। इस कारण उन्हें काफी दिक्कत होती है। अगर जाती भी हैं तो एक लड़की को बाहर गेट पर खड़ा करना पड़ता है। वहीं, पीने के पानी के लिए आरओ लगाया गया है लेकिन वो भी खराब है। क्या कहते हैं लाइब्रेरियन सेंट्रल लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन प्रो। हर्ष कुमार सिन्हा ने बताया कि अभी मुझे दो हफ्ते हुए ज्वॉइन किए। मैने खुद ही सेंट्रल लाइब्रेरी का निरीक्षण किया था, तमाम खामियां हैं। इसके लिए स्टेट्स रिपोर्ट बनाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्याएं दूर कर दी जाएंगी। आ रही हैं। कोट्स सेंट्रल लाइब्रेरी में न तो ढंग की कुर्सियां हैं और ना ही यहां पीने के पानी की व्यवस्था है। आरओ लगा भी है तो पानी नहीं आता है। टॉयलेट में कुंडी नहीं लगी है। जिम्मेदारों को ध्यान तो देना चाहिए। - कृष्णा दुबे, स्टूडेंटसेंट्रल लाइब्रेरी के टॉयलेट में कुंडी नहीं है। एक लड़की को साथ ले जाना पड़ता है। जिम्मेदारों को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए।
प्रीति सैनी, स्टूडेंट वर्जन सेंट्रल लाइब्रेरी में जो भी समस्याएं आ रही हैं उन्हें दूर कराया जाएगा। इसके लिए सेंट्रल लाइब्रेरियन से बात की जाएगी। - प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू