डीएम से बोले रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू में अराजकता है सर!
- डीएम और एसएसपी को पत्र लिखकर मांगी सुरक्षा
- कहा, सुरक्षा के नाम पर कैम्पस में कुछ रह ही नहीं गया है GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने कहा है कि विश्वविद्यालय में पूरी तरह अराजकता का माहौल है। सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं रह गया है। रजिस्ट्रार ने डीएम और एसएसपी को पत्र लिखते हुए सुरक्षा की मांग भी कर डाली है। रजिस्ट्रार के इस तेवर से विश्वविद्यालय में माहौल गरमा गया है। अंदर ही अंदर गुटबाजी तेज हो गई है। सुरक्षा पर प्रति माह 18 लाख खर्चविश्वविद्यालय में सुरक्षा के लिए पहले ही करीब 180 होमगार्ड्स तैनात हैं, जिन पर प्रति माह 18 लाख रुपए खर्च होते हैं। इन सबके बावजूद कैम्पस में आए दिन मारपीट व गोली चल रही हैं। यह पत्र बताता है कि रजिस्ट्रार कैम्पस के माहौल से नाखुश तो हैं लेकिन वे कुछ कर नहीं पा रहे। यूनिवर्सिटी में इस बात के कयास लगाने शुरू हो गए हैं कि आखिर रजिस्ट्रार किसके दबाव में हैं और वे इतने असहाय कैसे हो गए हैं?
ऐसा है माहौलयूनिवर्सिटी में छात्रसंघ बहाली के बाद वाकई माहौल बदल गया है। आए दिन कैंपर के भीतर छात्रों के गुट भिड़ रहे हैं। एक दूसरे को देख लेने की धमकियां दे रहे हैं। वहीं आगामी छात्रसंघ चुनाव को लेकर भी कुछ दावेदारों ने अभी से राजनीति चमकानी शुरू कर दी है। इससे कैम्पस में टकराव और गुटबाजी का माहौल बनने लगा है। बीते दिनों संतकबीर हॉस्टल में वर्चस्व की जंग में जिस तरह दो गुट भिड़े और गोली चली, उससे यूनिवर्सिटी की सुरक्षा पर सवाल लाजिमी है। हालांकि इस मुद्दे पर रजिस्ट्रार के खुलकर सामने आने से छात्रों की चर्चा अब शिक्षकों का विषय बनने लगी है।
होमगार्ड्स पर नहीं है भरोसारजिस्ट्रार का साफ कहना है कि कैम्पस में हर जगह होमगार्ड्स तैनात हैं, लेकिन उन्हें उन पर भरोसा नहीं है। रजिस्ट्रार का तो यहां तक कहना है कि कैंपस और हॉस्टल का माहौल पूरी तरह से बिगड़ चुका है, ऐसे में जब तक जिला की पुलिस मदद नहीं करेगी तब तक स्थिति सामान्य नहीं होगी। उनकी मानें तो होमगार्ड की तैनाती का कोई फायदा नहीं है। वे अपना काम सही ढंग से नहीं करते हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर होमगार्ड्स पर यूनिवर्सिटी कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रही? रजिस्ट्रार इतने असहाय क्यों हो गए हैं कि होमगार्ड्स का काम पसंद नहीं आने के बाद भी उन्हें हर माह 18 लाख दिए जा रहे हैं?
वर्जन डीएम और एसएसपी को पत्र लिखकर फोर्स की मांग की गई है। यूनिवर्सिटी में पूरी तरह से अराजकता का माहौल बन गया है। सुरक्षा के नाम पर कुछ रह नहीं गया है। - अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू