.. तो इसे डेयरी कॉलोनी ही क्यों न कहा जाए?
- तारामंडल एरिया की जीडीए कॉलोनी में अवैध रूप से चल रहीं दर्जनों डेयरियां
- रोड पर पशुओं का कब्जा लेकिन जीडीए के जिम्मेदार नहीं करते हैं कार्रवाई GORAKHPUR: यदि किसी कॉलोनी में एंट्री करते ही हर तरफ डेयरी और रोड पर गाय-भैंस नजर आए तो आप ऐसी कॉलोनी को क्या नाम देंगे? आप शायद इसे डेयरी कॉलोनी कह दें लेकिन यह तारामंडल तारामंडल एरिया में स्थित जीडीए की कॉलोनी है। आई नेक्स्ट टीम ने सोमवार को इस कॉलोनी का रिएल्टी चेक किया तो अवैध रूप से संचालित डेयरियों की हकीकत सामने आई। रीडर्स ने की थी कंप्लेनतारामंडल एरिया के सिद्धार्थ इंक्लेव एक्सटेंशन में रहने वाले आई नेक्स्ट के रीडर्स सुमित और रचित ने हमें जानकारी दी कि जीडीए दफ्तर के आसपास की रोड पर अवैध रूप से डेयरी संचालकों ने कब्जा कर रखा है। कॉलोनी की रोड पर कब्जा कर बाकायदा लाखों का कारोबार हो रहा है। लेकिन रोड पर घूम रहे इन पशुओं से कभी स्कूली बच्चों तो कभी कॉलोनी के लोगों का सामना हो जाता है। इससे सभी डरे रहते हैं। रोड पर ही पशु गोबर कर देते हैं और लोगों के जूते उसमें गंदा हो जाते हैं। अपने रीडर्स की कंप्लेन पर जब आई नेक्स्ट टीम ने कॉलोनी का रिएल्टी चेक किया। जो कुछ सामने आया, उससे आप भी रू-ब-रू होइए।
प्लेस- देवरिया बाईपास रोड (नियर पेट्रोल पंप) टाइम- 12.45 बजे दोपहर सीन - रोड के किनारे गाय का तबेला है। इसमें एक-दो नहीं बल्कि 8-10 गायें बंधी नजर आई। कुछ गायें रोड पर घूम रही थीं। कुछ ने रोड पर ही गोबर कर दिया था। आने-जाने वाले उससे बचते हुए निकल रहे थे। प्लेस- देवरिया बाई पास रोड (निकट हनुमान मंदिर) टाइम - 1.05 बजे दोपहर सीन - कुछ दूर आगे हनुमान मंदिर रोड पर भी कुछ ऐसे ही सीन नजर आए। इस रोड पर भी एक तबेला नजर आया। जिसमें गाय बंधी हुई थी। डेयरी संचालक को ढूंढा गया लेकिन वह नहीं मिला। प्लेस - जीडीए कॉलोनी (निकट जीडीए वीसी आवास) टाइम - 1.25 बजे दोपहर सीन - जीडीए ऑफिस से कुछ दूर आगे बढ़ने पर जीडीए वीसी का आवास है। उससे कुछ ही दूरी पर गाय का एक और तबेला दिखा। तबेले में एक गाय बंधी थी। कुछ गाय कॉलोनी की खाली पड़ी जमीन में घूम रही थी। प्लेस - सिद्धार्थ इंक्लेव एक्सटेंशन टाइम - 2.00 बजे दोपहरसीन - सिद्धार्थ इंक्लेव एक्सटेंशन में प्रवेश करते ही सड़क के किनारे एक और बड़ा तबेला नजर आ गया। यह तो पूरी तर रोड पर ही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तबेले के चलते स्कूली बच्चों को आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। पशुओं से बचकर निकलना पड़ता है।
और नियम तो यह भूल ही गए हैं जीडीए कॉलोनी की रोड पर एन्क्रोचमेंट कर डेयरी चलाने वाले ही नहीं, इनके विरुद्ध कार्रवाई करने वाले भी सारे नियम भूले बैठे हैं। कॉलोनी वाले बताते हैं कि कई बार कंप्लेन की गई लेकिन कभी कार्रवाई नहीं हुई। जीडीए दफ्तर में तैनात अधिकारी ने बताया कि इन सब चीजों के लिए जीडीए आफिस से परमिशन लेना पड़ता है। अगर कोई अवैध रूप से डेयरी चलाता पकड़ा जाता है तो उससे जुर्माना वसूला जाता है। जुर्माना नहीं जमा करने पर कानूनी कार्रवाई होती है। लेकिन, अब तक कितने लोगों पर कार्रवाई हुई, यह बात वह नहीं बता पाए। वर्जन जीडीए की सड़कों पर अवैध रूप से डेयरी का कारोबार करने वाले संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन रोड्स को खाली कराने के लिए टीम लगाई जाएगी। - ओएन सिंह, वीसी, जीडीए कॉलिंगजीडीए की कॉलोनी में इन दिनों अवैध रूप से कई डेयरियों का संचालन हो रहा है। इनके खिलाफ जीडीए के जिम्मेदार अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए।
- सर्वेश द्विवेदी, शिक्षक अवैध डेयरी कारोबार से डेयरी संचालकों की कमाई तो जबरदस्त हो रही है, लेकिन मोहल्ले के लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। इस पर रोक लगना चाहिए। - मनोज पांडेय, सर्विस मैन दर्जनभर से ज्यादा अवैध डेयरी का संचालन हो रहा है। जीडीए के जिम्मेदारों को एक्शन लेना चाहिए। इसकी कई बार शिकायत भी की गई है। हितेश सिंह, लॉ स्टूडेंट सड़क पर डेयरी का संचालन बिल्कुल गलत है। ऐसा करने वालों के खिलाफ जीडीए अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए। - मनोज तिवारी, शिक्षक