गाजियाबाद की अंकिता पांडेय फ्रॉड की शिकार हो गईं. टेलीग्राम के जरिए किसी ने जॉब का ऑफर दिया फिर 90 हजार रुपए किसी फर्जी वेबसाइट में फंसा दिए.


गोरखपुर (ब्यूरो)।अब फंसे हुए पैसे वापस दिलाने के लिए भी अंकिता से और पैसे की डिमांड की जा रही है। सोशल मीडिया पर ढेरों ट्वीट कर उन्होंने गुहार लगाई है। साथ ही शाहपुर पुलिस को भी घेरा है, लेकिन अब तक प्रॉब्लम का सॉल्युशन नहीं मिल सका है। उनके केस की पड़ताल का जिम्मा शाहपुर पुलिस को सौंपा गया है। ये तो महज एक केस है। जबकि गोरखपुर में हर दिन 10- 15 लोगों को साइबर जालसाज शिकार बना रहे हैं। जालसाजों को पकडऩा तो दूर वे कौन हैं इसका पता भी पुलिस नहीं कर पा रही है। नहीं मालूम, कौन है अपराधी?


साइबर अपराध की अगर बात करें तो सबसे पहले पश्चिम बंगाल का जामताड़ा, दिल्ली, राजस्थान और मथुरा के एक गांव का नाम आता है। लेकिन अपराधी कौन ये कोई बता नहीं पाता है। साइबर थाना और साइबर सेल की एक्सपर्ट बहुत से मामलों में अकाउंट से फ्रॉड कर उड़ाए पैसे तो वापस करा देती है, लेकिन उस अपराधी तक नहीं पहुंच पाती जो क्राइम में इनवॉल्व रहता है। आती है 11 जिले से कंप्लेन

गोरखपुर जोन में 11 जिले हैं। इन सभी जिलों से गोरखपुर के साइबर अपराध थाने में कंप्लेन आती है, लेकिन शिकायतों के निस्तारण संख्या बेहद कम हैं। वहीं साइबर अपराध करने वाले अपराधियों का पता ही नहीं है। अधिकतर मामलों में पुलिस हवा में खेलती है। ठग डकार चुके 10 करोड़ से अधिक रकमबताया जा रहा है कि अभी तक साइबर अपराध में दस करोड़ से अधिक की रकम जालसाज डकार चुके हैं। वहीं पुलिस ने एक करोड़ से अधिक की रकम वापस भी कराई है। लेकिन बाकी रकम और अपराधियों तक पुलिस कब पहुंचेगी ये कहना मुश्किल है। साइबर अपराध- सेक्सटॉर्शन- ऑनलाइन लॉटरी फ्राड- फर्जी विज्ञापन - फेक न्यूज से - टेलीग्राम एप से नौकरी का झांसा देकर- केवाईसी अपडेट के नाम पर- अननोन लिंक भेज कर - सरकारी वेबसाइट से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर- वॉट््सएप कॉल के जरिएकेस- 1रिटायर्ड आरपीएफ एएसआई के खाते से उड़ाए रुपए शाहपुर इलाके में 16 सितंबर को जेल रोड पुलिस चौकी के अंतर्गत गुलाली वाटिका निवासी रिटायर्ड आरपीएफ एएसआई जलेश्वर मिश्र के खाते से साइबर अपराधियों ने 1.54 लाख उड़ा दिए। सेवानिवृत्त आरपीएफ एएसआई जलेश्वर मिश्र का खाता भारतीय स्टेट बैंक शाखा असुरन चौक पर है। जिसमे उनकी पेंशन आती है। केस 2प्रोफेसर के उड़ाए रुपए

शिवपुर शहबाजगंज निवासी एमजी पीजी कॉलेज के भौतिकी विभाग के प्रो। अमरनाथ ठाकुर ने फ्लिपकार्ट से गीजर बुक कराया। इसके बाद 9 सितंबर को उनके पास कॉल आई और जालसाज ने उनसे बात कर उनके वॉट्सएप पर एक लिंक भेजा। लिंक पर टच करते ही तीन बार में 78 हजार रुपए कट गए। केस 3जालसाज ने उड़ाए 90 हजारझंगहा इलाके में 14 सितंबर को सचिन विश्वकर्मा के 90 हजार रुपए और आदित्यमणि त्रिपाठी के 68 हजार रुपए जालसाजों ने हड़प लिया। हेल्पलाइन नंबर-1930वेबसाइट पर करें शिकायत- cybercrime.gov.inसाइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। साइबर जालसाज हमेशा फ्रॉड का तरीका बदलते रहते हैं, इसलिए उनतक पहुंचना मुश्किल होता है। साइबर फ्रॉड के शिकार होने पर इसकी फौरन सूचना देनी चाहिए। - उपेन्द्र कुमार सिंह, एक्सपर्ट, साइबर अपराध थाना

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