पैनकार्ड की अनिवार्यता ने कस्टमर्स को किया परेशान
- वित्तमंत्री ने बजट में 2 लाख रुपए से अधिक के सोने-चांदी और हीरे की खरीद पर पैन कार्ड किया था अनिवार्य
- नए नियम के लागू होने से ग्रामीण क्षेत्रों से ज्वेलरी खरीदने आने वालों को हुई परेशानी GORAKHPUR: पैन कार्ड नंबर देने की अनिवार्यता ने अक्षय तृतीया के त्योहार पर कस्टमर्स को काफी परेशान किया। बजट 2016 में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सोने, चांदी व हीरे आदि की खरीद-ब्रिकी में हुए ट्रांजेक्शन का हिसाब रखने के लिए 2 लाख रुपए से अधिक की खरीद पर पैन कार्ड अनिवार्य किया है। जिले में अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके पास पैनकार्ड नहीं है। इससे जहां एक तरफ सिटी कस्टमर्स को खरीदारी करने में दिक्कत हुई, वहीं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से आने कस्टमर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शादी के लिए जमकर खरीदारीअक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर सोमवार को बड़ी संख्या में लोगों ने शादी की तैयारी के लिए भी खरीदारी की। अवकाश होने के कारण बड़ी संख्या में गांवों से लोग सिटी की मार्केट पहुंचे और स्पेशल ऑफर्स के साथ खरीदारी की। खरीदारों के पास पैन कार्ड न होने के कारण उन्हें अलग-अलग ज्वेलरी का अलग-अलग बिल बनवाना पड़ा। वहीं ज्वेलरी प्रतिष्ठानों ने उन्हें अगली बार पैन कार्ड लेकर खरीदारी करने के लिए कहा है।
बढ़ जाएगा मेंकिंग चार्ज बजट में वित्तमंत्री की ओर से एक परसेंट इक्साइज ड्यूटी लगाने के बाद ज्वेलरी निर्माता कम्पनियों ने ज्वेलरी के मेकिंग चार्ज में भी एक परसेंट की बढ़ोतरी की है। जिसका असर ज्वेलरी बाजार पर भी पड़ा है। ज्वेलरी में 10 से 15 परसेंट पड़ने वाले चार्ज में एक परसेंट की बढ़ोत्तरी हुई है। अक्षय तृतीया पर ज्वेलरी खरीदने आया हूं। छह महीने बाद घर में शादी भी है, इस लिए इसलिए शुभ मुहूर्त पर खरीदारी करने सोचा था। पैन कार्ड नहीं लाया इसलिए पूरी खरीदारी नहीं हो पाई। सुनील विश्वकर्मा परिवार के साथ खरीदारी करने आया था। पैन कार्ड की अनिवार्यता का ध्यान नहीं था। अब अगले दिन पैन कार्ड के साथ आकर बाकी खरीदारी करूंगा। मैनुद्दीन, निवासी शाहपुर अपने गांव के लोगों को ज्वेलरी की खरीदारी कराने के लिए लाया था। उनके पास पैन कार्ड नहीं था तो मैंने अपना पैन कार्ड नंबर दिया। नहीं देता तो लोगों को बिना पैन कार्ड के ही वापस लौटना पड़ता। शिवाकांत श्रीवास्तव, निवासी पादरी बाजारकुछ कस्टसर्म ने दो लाख रुपए से अधिक की खरीदारी की। वे अपने साथ पैन कार्ड लाना भूल गए थे। हमने याद दिलाया तो वे पैन कार्ड लेकर आए।
गिरधर दास, सराफा कारोबारी