गोरखपुर कारागार में बंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है. जेल में एक से बढ़कर एक कला महिला बंदियों को सिखाई जा रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इस बार रक्षाबंधन पर जेल में महिला बंदियों की ओर से बनाई टेराकोटा और हैंडी क्राफ्ट की राखियां बिकेंगी। इन राखियों को जेल में निरुद्ध महिला बंदियों ने अपने हाथों से बनाया है। रविवार तक करीब 300 राखी बन चुकी है। अभी और भी राखियां बनाई जा रही है। बकायदा इस बार इन राखियों की बिक्री के लिए जेल में स्टॉल लगाया जाएगा।एनजीओ की मदद से दी जा रही ट्रेनिंगआपको बता दें कि जेल में इस समय कुल 2069 बंदी निरुद्ध हैं। जिसमे 100 से अधिक महिला बंदी हैं। इन महिला बंदियों एनजीओ की मदद से ट्रेनिंग दी जा रही है। बीस महिला बंदियों ने टेराकोटा और हैंडी क्राफ्ट की राखियां बनाई हैं। जिसे जेल प्रशासन स्टाल लगा कर बिक्री कराएगा। यह स्टाल मंगलवार से रोजाना जेल में बिकेगा। अभी तक 300 राखी बनकर तैयार हुई है। अभी भी राखी तैयार की ज रही है।


बीस से पचास रुपए की राखी

इन राखियों की कीमत 20 से 50 रुपए तक तय की गई है। बिक्री का पैसा राखी बनाने वाली महिला बंदियों को दिया जाएगा। हर साल जेल में बहने वहां बंद अपने भाइयों को राखी बांधने जाती है। वही भाई भी बंद बहनों से राखी बंधवाने जेल में जाते हैं, लेकिन वह बाहर से ही राखी लेकर जाते थे। लेकिन इस बार अगर वह चाहें तो जेल के अंदर ही बंदियों की बनाई राखी खरीद सकेंगे। जेल में भी किया गया अरेंजमेंटजेल प्रशासन ने रक्षा बंधन के दिन बंदियों से मिलने आने वाली भीड़ के लिए अरेंजमेंट कर लिया है। वहीं जिनकी बहनें नहीं आती हैं उनके लिए भी राखी और मिठाई का अरेंजमेंट किया है। बड़ी संख्या में महिलाएं राखी बांधने जेल जाती हैं। उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इस सम्बंध में जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय ने बताया कि महिला बंदियों ने राखी अपने हाथों से बनाई हैं। इसके लिए उनको ट्रेनिंग दी गयी थी। राखियों को बकायदा पैक कर स्टाल लगाकर बिकवाया जाएगा।

Posted By: Inextlive