कोहरे में चढ़ गया क्राइम का पारा
- चोरी, लूटपाट, फायंिरंग आमबात
- कोहरे में पुलिस नहीं करती गश्त, बदमाश उठाते हैं फायदा GORAKHPUR: सर्द रातों ने कोहरे की चादर ओढ़ी तो बदमाशों ने उत्पात शुरू कर दिया। दिन हो या रात घने कोहरे में वारदात बढ़ने लगी है। बदमाशों के एक्टिव होने के बाद भी पुलिस गश्त सुस्त पड़ी है। लूटपाट, चोरी, जानलेवा हमले की घटनाएं सर्दी के साथ बढ़ती जा रही है। चार दिनों के भीतर हुई घटनाएं इस बात का संकेत दे रही हैं कि यदि पुलिस सोती रही हालात बदतर होंगे। ख्9 नवंबर की शाम सोपाईघाट में पेट्रोल पंप पर लूटपाट फ्0 नवंबर की रात रेलवे स्टेशन रोड पर होटल में फायरिंग फ्0 नवंबर की रात चिलुआताल एरिया के दरघाट में नकदी ,मोबाइल और बाइक की लूट फ्0 नवंबर की रात कैंपियरगंज के भौराबारी में पीएसी जवान पर जानलेवा हमलाफ्0 नवंबर की रात बांसगांव एरिया के कौड़ीराम, गजपुर में दुकान और मकान में चोरी
फ्0 नवंबर की रात हरपुर बुदहट एरिया के मझौरा में लाखों की चोरी दो दिसंबर की रात सहजनवां के नेवास चौराहे पर दुकान- मकान में चोरी एक दिसंबर को खोराबार एरिया के तारामंडल में युवक पर जानलेवा हमलाएक दिसंबर को शाहपुर एरिया के पादरी बाजार में बैंक कर्मचारी अनिल पांडेय के घर में चोरी
क्या बरतें सावधानी जाड़े की रात में चोरी, लूटपाट, राहजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में मामूली सी सावधानी बरतकर इन घटनाओं को रोका जा सकता है। घने कोहरे का फायदा उठाकर बदमाश वारदात करते हैं। बेहद जरूरी काम हो तो घर से निकलें। कोशिश करें कि अंधेरा होने के पहले घर लौटें। रात घर के आसपास खटरपटर होने पर सावधानी से निगरानी करें। किसी तरह का संदेह होने पर पुलिस को सूचना दें। घर खाली न छोड़ें, किसी रिश्तेदार की निगरानी में सौंप कर जाएं। रात में नकदी, जेवर या कोई कीमती सामान लेकर चलने से बचें। किसी संदिग्ध व्यक्ति के आवाज देने, रोकने टोकने या पीछा करने पर राहगीरों से मदद मांगे। इसलिए बढ़ जाती है वारदातेंकोहरे की वजह से आसानी से देख पाना मुश्किल हो जाता है। रात हो या दिन, वारदात के लिए हर समय मुफीद होता है। घने कोहरे में किसी के चींखने चिल्लाने पर भी लोग गौर नहीं करते हैं। रात में सोने के आलस्य में कोई ठीक से निगरानी नहीं करता। जाड़े के दिनों में पुलिस की गश्त कम होने का असर भी पड़ता है। पुलिसकर्मचारी भी निर्धारित जगहों के अलावा कहीं अन्य नहीं नजर आते हैं। किसी घटना की सूचना देने पर पुलिस समय से नहीं पहुंचती। अंधेरा और कोहरा होने से पुूलिस को गश्त करने, बदमाशों को सर्च करने में प्रॉब्लम होती है।