चुनौतियों के संग होगा एसएसपी का वेलकम
- नवागत एसएसपी के सामने चुनौतियों की बाढ़, क्राइम कंट्रोल सबसे बड़ा चैलेंज
- छे्रड़छाड़, रेप की घटनाओं को रोकने में पुलिस नाकाम GORAKHPUR: जिले में रेप और छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाएं नए कप्तान के लिए बड़ी चुनौती हैं। महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को रोकने में जिला पुलिस नाकाम साबित हुई है। शिकायत करने पर कार्रवाई में पुलिस की लापरवाही का खामियाजा पीडि़त को भुगतना पड़ रहा है। बेलीपार में पुलिस की लापरवाही की कीमत एक छात्रा को जान देकर चुकानी पड़ी। हालांकि तत्कालीन एसएसपी प्रदीप कुमार ने लापरवाही के जिम्मेदार पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। बावजूद इसके पुलिस की दशा नहीं सुधरी। ऐसे हालात में नवागत एसएसपी के सामने बड़ी चुनौती होगी। शोहदों का क्या करेंगे साहब?जिले में औसतन हर माह पांच से छह घटनाएं हो रही हैं। स्कूल जाते समय छात्राओं से छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ी हैं। लूट, हत्या और छिनैती में शामिल बदमाशों पर शिकंजा कसने में पुलिस की जहां हालत खराब है, वहीं शोहदे भी बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं। छेड़छाड़ की शिकायत करने पर थानों की पुलिस गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे पीडि़त पक्ष को परेशानी उठानी पड़ रही है। पुलिस की लापरवाही से शोहदे दंबगई दिखा रहे हैं। उनके डर से कई मामलों की शिकायत तक नहीं होती।
सितंबर मंथ में हुई प्रमुख घटनाएं 20 सितंबर 15: सहजनवां में टेंपो सवार छात्रा से छेड़छाड़ 19 सितंबर 15: चौरीचौरा एरिया में रामूडीहा के पास महिला से रेप 15 सितंबर 15: झंगहा एरिया में रिश्तेदारी में आई युवती से रेप की कोशिश 14 सितंबर 15: सहजनवां एरिया में छात्रा से छेड़छाड़ किया, शिकायत करने पर आरोपियों ने अपहरण करके गैंग रेप किया। 08 सितंबर 15: तिवारीपुर एरिया में छात्रा को जिंदा जलाया, मौत। 06 सितंबर 15: बड़हलगंज एरिया में महिला को अगवा करके रेप। 02 सितंबर 15: कैंपियरगंज एरिया में रेप पीडि़ता का अपहरण करके हत्या की कोशिश। शोहदों की वजह से राह चलना मुश्किल होता है। हर बार पुलिस से शिकायत भी नहीं जा सकती है। ऐसा कई बार होता है कि पुलिस कार्रवाई के बजाय पीडि़त को परेशान करती है। इस वजह से लोग पुलिस के पास नहीं जाते हैं। इसलिए ऐसा इंतजाम किया जाए जिससे पीडि़त खुलकर सामने आ सकें। अर्पिता सिंह, स्टूडेंटहर कोई कमजोर नहीं है। ऐसे लोगो को सामने आकर पुलिस से शिकायत करनी चाहिए। इससे कार्रवाई में मदद मिलेगी। इसके साथ मौके पर ही ऐसे लोगों के प्रतिकार की जरूरत है। पब्लिक को चाहिए कि इस तरह की हरकत करने वालों को मौके पर सबक सिखाएं।
पूजा शर्मा, स्टूडेंट