रेसलिंग की जमीं पर जिम्नास्टिक का क्रेज
- 15 दिन में डेढ़ गुना अधिक हुआ रजिस्ट्रेशन
- कई गेम में 50 परसेंट भी नहीं हुए रजिस्ट्रेशन - फ्यूचर सेफ नहीं, पास्ट ब्राइट नहीं, फिर भी टीनएजर्स को भा रहा जिम्नास्टिकGORAKHPUR : गोरखपुर में चेंज की बयार बह रही है। रेसलिंग और हॉकी की जमीं पर जिम्नास्टिक का क्रेज नजर आ रहा है। जबकि जिम्नास्टिक का न तो कोई ब्राइट फ्यूचर है और न ही पास्ट में रहा है। गोरखपुर में रेसलिंग और हॉकी के एक, दो नहीं बल्कि इंटरनेशनल खिलाड़ी की लंबी लिस्ट है, इसके बावजूद गेम में इंट्रेस्ट रखने वाले अधिकांश टीनएजर्स की फर्स्ट च्वॉइस जिम्नास्टिक बन चुका है। जिसका अंदाजा रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रहे कैंप से लगाया जा सकता है। जहां विभिन्न गेम में निर्धारित स्टूडेंट्स की संख्या पूरी करना मुश्किल पड़ रहा है, वहीं जिम्नास्टिक महज 15 दिन के कैंप में ही फुल नहीं बल्कि डेढ़ गुना भर गया है।
15 दिन में फुल हुई सीटखेल विभाग ने 15 दिन पहले स्टेडियम में गेम एलॉट किया है। तब से लगातार रजिस्ट्रेशन चल रहा है। विभिन्न गेम में अब तक 50 परसेंट भी सीट फुल नहीं हुई है। जबकि जीओ के मुताबिक 50 परसेंट सीट न भरने पर कैंप कैंसिल कर दिया जाएगा। वहीं जिम्नास्टिक में 20 निर्धारित सीट होने के बावजूद 33 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। हालांकि रेसलिंग में भी 30 निर्धारित सीट में 32 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। अदर गेम की कंडीशन बहुत खराब है। हॉकी में 9, हैंडबाल में 5, वॉलीबाल में 9 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। कोच के ट्रेनिंग पर जाने के कारण बॉक्सिंग में अब तक रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हुए हैं।
जॉब कम फिर भी भा रहा जिम्नास्टिक स्टेडियम में जिम्नास्टिक, एथलेटिक्स, कबड्डी, हैंडबाल, पॉवरलिफ्टिंग, वॉलीबाल, फुटबाल, हॉकी, बॉक्सिंग और रेसलिंग का कैंप चल रहा है। अन्य सभी गेम की अपेक्षा जिम्नास्टिक में फ्यूचर सबसे कम सेफ है। इसके बावजूद स्टेडियम में सबसे अधिक संख्या जिम्नास्टिक में है। सीनियर खिलाड़ी और जिम्नास्टिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी अकरम परवेज ने बताया कि यह सभी गेम का बेस है। किसी भी गेम में अपना करियर बनाने वाले खिलाड़ी कुछ साल तक इसमें प्रैक्टिस करते हैं। साथ ही फिजिकली फिट रहने वाले यूथ भी इसको अधिक प्रिफर करते हैं। बीते कुछ साल में जिम्नास्टिक का क्रेज बढ़ा है। इंटरनेशनल लेवल पर मेडल आने और अधिक प्रमोशन ने इस गेम का क्रेज बढ़ाया है। कैंप - मानक - स्टूडेंट्सजिम्नास्टिक - 20 - 33
एथलेटिक्स - 40 - 20 कबड्डी - 25 - 13 हैंडबाल - 25 - 5 पॉवरलिफ्टिंग - 25 - 18 वॉलीबाल - 40 - 9 फुटबाल - 40 - 16 बॉक्सिंग - 25 - 0 रेसलिंग - 30 - 32 हॉकी - 40 - 9 छोटे बच्चों में जिम्नास्टिक का बहुत अधिक क्रेज है। इसमें ब्वॉयज और गर्ल्स में बहुत अंतर नहीं है। अब तक 33 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। उम्मीद है कि यह संख्या 60 के पार पहुंच जाएगी। लास्ट इयर स्टूडेंट्स की परफॉर्मेस काफी अच्छी रही थी। सीमा, कोच जिम्नास्टिकमुझे जिम्नास्टिक बहुत पसंद है। यह ऐसा गेम है, जो हर गेम का बेस है। अगर मुझे दूसरे गेम में करियर बनाना होगा, यह मेरे लिए काफी हेल्पफुल होगा। वैसे मुझे इसी में करियर बनाना है।
श्रेया यादव अब जिम्नास्टिक का क्रेज बढ़ रहा है। हर कोई इस गेम को देखना चाहता है। मुझे लगातार मेहनत कर देश के लिए मेडल जीतना है। वर्ल्ड में इस गेम का बहुत क्रेज है। सिद्धी मौर्या खेल निदेशालय से एलॉट हुए 10 गेम में बच्चों का रजिस्ट्रेशन चल रहा है। हर गेम में एक संख्या निर्धारित है। जिसमें 50 परसेंट रजिस्ट्रेशन न होने पर कैंप को कैंसिल किया जा सकता है। अब तक सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन जिम्नास्टिक में हुआ है। जिम्नास्टिक में अब तक मानक से काफी अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जबकि रजिस्ट्रेशन पूरे साल होते हैं। कई गेम की स्थिति खराब है। इनकी एक माह की परफॉर्मेस रिपोर्ट देखने के बाद खेल विभाग को अवगत करा दिया जाएगा। अश्विनी कुमार सिंह, रीजनल स्पोर्ट्स अफसर