सर, कोविड पॉजिटिव हूं, दवा का पैकेट तो दे दीजिए..
- कोविड जांच केंद्र पर कोरोना जांच में पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद मांगने पर भी नहीं मिल पा रही है दवाएं
- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में खुली पोलGORAKHPUR: सर कोरोना पाजिटिव की रिपोर्ट तो आ गई है, अब दवा कौन सी खानी है। यह बता दीजिए? अगर आपके दवा का पैकेट हो तो वह भी दे दीजिए। यह मांग बेतियाहाता के रहने वाले अभिषेक ने जिला अस्पताल के बगल में बनाए कोविड जांच केंद्र पर कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद की। दरअसल, पिता के कोविड पॉजिटिव होने के बाद अभिषेक पत्नी और बच्चों की कोविड जांच के लिए पहुंचे थे। पिता को तो पॉजिटिव होने के बाद जांच केंद्र से ही दवा का पैकेट भी दिया गया, लेकिन जब पत्नी और बच्चों को कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उन्हें दवा नहीं दी गई है। यह सिर्फ अभिषेक के साथ नहीं बल्कि मैक्सिमम कोविड पॉजिटिव पेशेंट्स को इन दिनों बिना दवा लिए ही वापस जाना पड़ा।
दवा का पैकेट देना है अनिवार्यसीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने सख्त निर्देश दिया है कि शासन के निर्देशानुसार कोविड पॉजिटिव आने वाले मरीजों को तुरंत होम आईसोलेशन के प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी जाए। साथ ही उन्हें दवा का पैकेट भी मुहैया कराई जाए। दवा स्टोर से लैब टेक्नीशियन की जितनी रिक्वायरमेंट है, वह डिमांड लेटर लेकर सीधे दवा स्टोर पर आएंगे और उतनी दवाएं ले जाएंगे। किसी भी कोविड पॉजिटिव संक्रमित को बिना दवा के वापस नहीं भेजना है। लेकिन जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास कुछ संक्रमितों की शिकायत आई तो रिपोर्टर कोविड जांच केंद्र पर रियल्टी चेक करने पहुंचा। तो वहां हकीकत सामने आई।
- कोविड जांच के लिए लोग लंबी लाइन में अपने बारी का इंतजार करते हुए नजर आए। - रिपोर्टर सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाए जब लैब टेक्नीशियन के पास पहुंचा तो मौके पर एक पुलिस वाला बगैर लाइन में लगे ही कोविड जांच के लिए दबाव बनाने लगा। - कैमरे की नजर पड़ी तो वह वहां से भाग गया। - जब रिपोर्टर अपने कैमरा पर्सन के साथ लैब टेक्नीशियन परवेंद्र व अभय से मिला तो उन दोनों ने बताया कि दवा दी जाती है। - कभी-कभी दवा खत्म हो जाती है। इस अभाव में दवा नहीं दे पाते हैं। - उन्होंने दवा का पैकेट दिखाते हुए कहा कि उनके पास दो-चार पैकेट ही बचा हुआ है।- बाहर की लाइन में करीब 100 से उपर लोग लगे हुए थे।
- वहीं जब इस संदर्भ में हेल्थ डिपार्टमेंट के जिम्मेदार अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया गया तो उन्होंने बताया कि दवा भरपूर है। - इसके लिए एडिशनल सीएमओ डॉ। नंद कुमार को जिम्मेदारी दी गई है। - वह कोविड जांच केंद्र पर दवा की उपलब्धता की रिपोर्ट लेते हुए समय-समय पर दवा उपलब्ध कराएंगे। क्या है नियम? जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नीरज पांडेय ने बताया कि शासन से गाइडलाइन के मुताबिक, कोविड जांच केंद्र पर होने वाले एंटीजन और आरटीपीसीआर के केसेज में एसिम्प्टोमैटिक संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रहना है। कम से कम उन्हें 14 दिन तक होम आईसोलेशन में रहना अनिवार्य है। इस बीच डे वाइज कौन-कौन सी दवा खानी है। इसके लिए लैब टेक्नीशियन ही पॉजिटिव आए संक्रमितों को बकायदा जानकारी देंगे। इसके साथ ही दवा के पैकेट के भीतर भी दवा खाने के नियम और होम आईसोलेशन के नियमों को कैसे पालन करना है। यह सभी जानकारी दी गई है। पैकेट के भीतर की दवाएं जो खानी है - डाक्सी टैबलेट 100 एमजी - एक गोली - क्लोरफेनिरोमाइन टैलबेट - एक गोली सुबह शाम - एस्कॉर्बिक एसिड टैबलेट 500 एमजी- एक गोली रोज- जिंक सल्फेट टैबलेट - एक गोली रोज
- पैरासिटामॉल टैबलेट 500 एमजी - एक गोली बुखार आने पर - आईवरमैक्टिन 6 एमजी - एक गोली सुबह शाम तीन दिन नहीं मिल रही है दवा तो यहां करें कंप्लेंट - 9532797104 - 9532041882 -0551-2202205 -0551-2204196 किसी भी व्यक्ति के कोविड जांच में पॉजिटिव आने पर उसे तत्काल दवा देने का निर्देश ऑलरेडी जारी किया गया है। अगर कोविड जांच केंद्र पर दवा नहीं दी जा रही है। संबंधित लैब टेक्नीशियन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डॉ। सुधाकर पांडेय, सीएमओ