- महिला अस्पताल से प्रेग्नेंट महिला को बीआरडी रेफर करने का मामला

- एसआईसी ने कोर्ट के सामने रखा अपना पक्ष

GORAKHPUR: महिला अस्पताल से बीते दिनों गर्भवती को बगैर ऑपरेशन किए बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर करने का मामला खत्म होता नजर नहीं आ रहा। शुक्रवार को इस मामले में अस्पताल के एसआईसी व महिला डॉक्टर ने उपभोक्ता फोरम में पेश होकर अपना पक्ष रखा।

खबर का असर

आई नेक्स्ट में खबर के बाद इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष फोरम ने ले लिया। फोरम के अध्यक्ष विजय प्रकाश मिश्र और सदस्य संगीता राय ने महिला अस्पताल के एसआईसी और सीएमओ को नोटिस देते हुए 16 दिसंबर को पेश होने को कहा था। शुक्रवार को महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एके गुप्ता और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ। साहिबा सिद्दकी फोरम अध्यक्ष के सामने पेश हुए। दोनों ने मामले की संक्षिप्त रिपोर्ट ही पेश की। इस पर फोरम अध्यक्ष ने नाराजगी जताई। दोनों अधिकारियों ने शाम तक दोबारा रिपोर्ट जमा करने की मियाद मांगी जिसे फोरम ने स्वीकार कर लिया। देर शाम रिपोर्ट जमा कर दी गई। फोरम इस पर आगे की सुनवाई करेगा।

यह था मामला

मामला 21 नवंबर का है। सिद्धार्थनगर जिले के उस्का बाजार की रहने वाले सोनू वर्मा की पत्नी सीमा को नौ महीने का गर्भ था। फैमिली मेंबर्स ने सुबह छह बजे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेबर रूम में नौ घंटे तक महिला को रखा गया लेकिन एनिस्थिसिया के डॉक्टर नहीं आए। दोपहर करीब ढाई बजे उसकी हालत बिगड़ने लगी। यह देख इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने आनन-फानन में बीआरडी रेफर कर दिया।

Posted By: Inextlive