कोई इधर से न जावे, ये हैं गोदाम की गलियां
- सड़कों पर बने हैं गोदाम तो गलियों में भी लगे हैं ढेर
- संकरी गलियों पर बिखरी गिट्टी, बालू करा रही हादसे - नहीं पड़ती नगर निगम की नजर, शिकायत पर भी उदासीन GORAKHPUR : शहर की सड़कों पर सिर्फ व्यापारियों का ही कब्जा नहीं है। रोड को गोदाम बनाने में आम जनता भी पीछे नहीं है। खुद की जरा सी सुविधा के लिए दूसरों को भरपूर असुविधा देने में लोग पीछे नहीं हटते। इस वजह से शहर की ज्यादातर गलियों से गाड़ी निकाल ले जाना जंग जीतने से कम नहीं है। शहर की करीब 70 प्रतिशत गलियों में पब्लिक ने घरों की मरम्मत के लिए बालू, ईट और गिट्टी रखकर गोदाम बना दिया है। सड़कों पर तो जाम लगता ही है, अब हालात ये हैं कि गोदाम बनी गलियां भी जाम की चपेट में आ गई हैं। केस नंबर 1जिला अस्पताल के पीछे की गली में तीन माह पहले एक मकान बनना शुरू हुआ। उन्होंने घर के सामने रोड पर तीन से चार फीट कब्जा करके ईट, बालू और गिट्टी जमा कर दिया। रोड पर गिट्टी और बालू के ढेर के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। वहीं दोपहर को बालू उड़ने से उधर से गुजरना मुहाल है। कई लोगों की आंखों में बालू जाने से डॉक्टर के पास जाना पड़ा। तीन माह पहले तक रेती चौक से जाने और आने वालों को यह गली जाम से राहत देती थी, लेकिन अब इस गली में भी दिक्कत होने लगी है।
केस नं 2 राम नगर चौराहे पर जाने वाले प्रमुख रास्ते पर पिछले एक साल से बालू और गिट्टी का गोदाम बना हुआ है। इसमें उलझकर चार दिन पहले ललितापुरम एरिया में रहने वाले विजय कुमार गिरकर घायल हो गए। उन्होंने इसको लेकर नगर निगम के अफसरों को फोन पर कंप्लेन की, लेकिन निगम की तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। रास्ते के दोनों तरफ बालू और गिट्टी के ढेर के कारण अक्सर रात को यहां एक्सीडेंट हो रहे हैं। हवा के साथ उड़ रहे बाली के चलते लोगों का चलना दूभर हो गया है। केस नं 320 अक्टूबर की रात 10 बजे धर्मेद यादव रेलवे स्टेशन से अपने रिश्तेदार को लेकर नंदा नगर जा रहे थे। मोहद्दीपुर में दुर्गा प्रतिमा के कारण अधिक भीड़ होने की वजह से उन्होंने रोड किनारे से निकलना चाहा। इस चक्कर में किनारे पड़ी बालू के ढेर में उनकी गाड़ी फंस गई और वे गिर गए। आंखों में बालू चली गई जिसने अब तक परेशान कर रखा है। दो माह पहले इसी बालू के ढेर के चलते मोहद्दीपुर में तीन घंटे तक जाम लगा रहा और उस समय तत्कालीन एसएसपी प्रदीप कुमार ने खुद घंटे भर खड़े होकर जाम हटवाया था।