बड़े धोखे हैं इस सिस्टम में
- जंक्शन के यूटीएस पर लगाए गए कम्प्यूटर सिस्टम हुए पुराने
- पुराने सिस्टम के चलते टिकट बनाते समय दे जाता है जवाब GORAKHPUR : यार पिछले एक घंटे से जनरल टिकट के लिए लाइन में खड़ा हूं, लेकिन लाइन आगे बढ़ने का नाम ही नहीं ले रही है। यह दर्द है जंक्शन के बुकिंग हाल के यूटीएस काउंटर पर लाइन में खड़े विवेक राय का। दरअसल, जंक्शन के बुकिंग हाल में लगाए गए यूटीएस काउंटर के ज्यादातर कंप्यूटर सिस्टम पुराने हो चुके हैं, जिसके चलते यात्रियों को अनरिज्वर्ड टिकट के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता है। वहीं पुराने सिस्टम और टेक्निकल प्रॉब्लम वाले कम्प्यूटर्स को चेंज करने के लिए कॉमर्शियल टीम रेलवे के आला अधिकारियों को कई बार लेटर लिख चुकी है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। राम भरोसे बनते हैं टिकटजनरल बोगी में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेल प्रशासन ने जंक्शन के बुकिंग हाल में अनरिज्वर्ड टिकट के लिए कुल क्म् काउंटर लगाए हैं। इन काउंटर्स से करीब हजारों टिकट बनाए जाते हैं, लेकिन जो टिकट बनते हैं वह राम भरोसे होते हैं क्योंकि इन क्म् काउंटर पर रखे गए कम्प्यूटर्स ब्-भ् पांच साल पुराने हो चुके हैं, जबकि इसे दो साल बाद ही चेंज कर देना चाहिए था।
एसी नहीं होने से बढ़ रही है प्रॉब्लम इसके अलावा क्क् जेटीबीएस काउंटर में एसी नहीं लगे हैं, जिसके कारण टिकट बनाते समय सिस्टम इस भीषण गर्मी में बार-बार हैंग करता है। सोर्सेज की मानें तो रेलवे प्रशासन की तरफ से जेटीबीएस काउंटर पर लगाए गए सिस्टम को कूल रखने के लिए एसी लगाया गया था, लेकिन उसे भी निकाल लिया गया है। इसलिए इधर दिक्कतें बढ़ गई हैं। प्रिंटर भी हो चुके हैं पुराने कामर्शियल टीम के सुप्रीटेंडेट ने बताया कि यूटीएस काउंटर पर लगाए गए प्रिंटर भी काफी पुराने हो चुके हैं। नियमानुसार तीन साल से उपर होने पर उसे चेंज कर देना चाहिए, लेकिन चेंज नहीं किया गया। हालांकि इसके लिए भी रेलवे के आला अधिकारियों को लेटर लिखा जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। यूटीएस काउंटर में लगे कम्प्यूटर सिस्टम से संबंधित जो भी प्रॉब्लम आ रही होगी, उसे ठीक कराने के लिए अधिकारियों से कहा जाएगा। इसके अलावा प्रिंटर को भी चेंज कराया जाएगा। राममूर्ति, स्टेशन मैनेजर, गोरखपुर जंक्शन