कब्जेदारों की जांच करेगी चार सदस्यीय कमेटी
- उप निदेशक के आदेश पर मंडी प्रशासन ने शुरू किया सर्वे
- व्यापारियों के कब्जे से मुक्त कराए जाएंगे शौचालय, तीन दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेशGORAKHPUR: मंडी में शौचालय पर कब्जा कर गोदाम बनाने वाले व्यापारियों की अब खैर नहीं है। आई नेक्स्ट की खबर के बाद मंडी परिषद उप निदेशक प्रशासन विपणन ने मंगलवार को इसका संज्ञान लिया और कार्रवाई के आदेश दिए है। आदेश मिलते ही मंडी सचिव सुभाष यादव ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। इसमें मंडी निरीक्षक अंकुश कुमार श्रीवास्तव, पवन सिंह और सच्चिदानंद शुक्ल के नाम शामिल हैं। इन्हें मंडी का सर्वे कर तीन दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि सर्वे में शौचालयों की हालत पर भी गौर करें और वह देखे की क्या वह उपयोगी लायक है या नहीं।
खबर पर जागा मंडी प्रशासनपूर्वाचल की सबसे बड़ी मंडी में स्थित शौचालय की हकीकत के बारे में मंगलवार को आई नेक्स्ट ने 'मंडी में सार्वजनिक शौचालय को बना दिया गोदाम' हेडिंग से न्यूज प्रकाशित की थी। जिसमें फोटो सहित शौचालयों की हकीकत के बारे में बताया गया था। खबर छपने के बाद उप निदेशक प्रशासन विपणन मंडी परिषद राजीव श्रीवास्तव ने इसे गंभीरता से लिया। साथ ही मामले की जांच गठित तीन सदस्यीय टीम को सौंप दिया है। बतातें चले सब्जी-फल, नवीन गल्ला और मछली मंडी को मिलाकर करीब 500 दुकानें हैं। इस पर कारोबारी अपना व्यापार करते हैं। साथ ही इन दुकानों के बगल में 18 शौचालय बनाए गए है। करीब 16 शौचालयों पर कारोबारियों का कब्जा है।
पूरी मंडी की सर्वे की जिम्मेदारी टीम को दी गई है। किसने शौचालयों पर कब्जा कर रखा है, उनकी रिपोर्ट मांगी जा रही है। कब्जेदारों से शौचालयों को मुक्त कराया जाएगा। अगर कोई आदेश की अनदेखी करता है, तो उसके खिलाफ नोटिस दी जाएगी। राजीव श्रीवास्तव, उप निदेशक प्रशासन विपणन मंडी परिषद