प्रॉब्लम का पिटारा, यह इलाका हमारा
- रुस्तमपुर एरिया में दो दिन से बिजली और पानी के तरस रहे लोग
- गंदे पानी और बिजली की अनियंत्रित कटौती से परेशान हो रही पब्लिक - अफसरों के पास कंप्लेन के बाद भी नहीं हल हो रही समस्या GORAKHPUR: शहर से सटे होने के बाद भी महुईसुघरपुर, फुलवरिया, बडगो, रानीबाग एरिया प्रॉब्लम का पिटारा है। यहां के लोगों को गांव जैसी सुविधा मिल रही है। सड़कें टूटी हुई हैं, नालियां जाम है, लोगों के घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है और पिछले एक सप्ताह से यहां लो वोल्टेज के साथ ही साथ एक से दो घंटे एक्स्ट्रा कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। इतना ही नहीं मुकामी लोग पिछले दो दिन से गंदे पानी की प्रॉब्लम से भी दो-चार हो रहे हैं। एक सप्ताह से बिजली की प्रॉब्लममहुईसुघरपुर से जुड़े हुए एरिया में पिछले एक सप्ताह से बिजली की प्रॉब्लम है। शाम को पूरे एरिया में लो वोल्टेज की प्रॉब्लम हो जा रही है, वहीं दिन में शहर के अन्य एरिया के मुकाबले एक घंटे एक्स्ट्रा कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। पूरे शहर में शाम को दो घंटे बिजली कट रही है, लेकिन यहां दोपहर में एक घंटे और शाम को दो घंटे कटौती हो रही है। वहीं शाम और सुबह की पानी सप्लाई तो ठीक है, लेकिन दोपहर होते-होते पानी सप्लाई भी लड़खड़ा जा रही है और लोगों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है। कंप्लेन करने पर जल्द ठीक होने का कोरा आश्वासन मिलता है। मगर अब तक न तो बिजली की हालत सुधर सकी और न ही उन्हें पीने का पानी ही मयस्सर हो पा रहा है।
मुंह मोड़ रहीं योजनाएं महुईसुघरपुर, फुलवरिया, बडगो, रानीबाग एरिया नगर निगम और बिजली विभाग की योजनाएं मुंह मोड़ रही है। 2013 में यूडीएसएसएमटी योजना के तहत पानी सप्लाई लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है, तो पूरे शहर में बिजली सप्लाई व्यवस्था सुधारने के लिए शुरू हुई स्काडा योजना की नींव तक नहीं पड़ सकी। स्थिति यह है कि लोगों के घरों में शाम और सुबह पूरा इलाका लो वोल्टेज का दंश झेल रहा है। वहीं करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी लोग गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। रुस्तमपुर से बडगो जाने वाले मुख्य रास्ता का टेंडर हुए आठ माह हो गए हैं, लेकिन अभी तक रोड के निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है।नगर निगम के अफसरों की लापरवाही के कारण इस एरिया में पिछले एक साल एक भी योजना नहीं शुरू हो सकी। यहां की सभी अहम सड़कें टूटी हुई है, डेली किसी न किसी मोहल्ले में पाइप लाइन खराब हो जाती है। नगर निगम के अधिकारियों को कंप्लेन की जाती है तो सिर्फ आश्वासन मिलता है।
दीपक दूबे, बिजनेसमैन गंदा पानी के कारण बहुत अधिक प्रॉब्लम हो रही है। इस एरिया की सबसे अधिक प्रॉब्लम पानी की है, लेकिन अब तक इसका कोई समस्या का समाधान नहीं हो सका है। पानी की हालत यह है कि अगर सफेद कपड़े इस पानी से धो दिया जाए तो वह पीला हो जाएगा। प्रेमबाला देवी, हाउसवाइफ रोड टूटने और बिजली सही से न मिलने के कारण बहुत नुकसान हो रहा है। बिजली न होने पर जब दुकान का दरवाजा खुलता है तो टूटी रोड की धूल अंदर आ जाती है। जिसके कारण दिन भर सफाई करनी पड़ती है, वहीं खाने वाले सामान भी जल्द ही खराब हो जाते हैं। केदारनाथ, दुकानदार सबसे अधिक प्रॉब्लम बच्चों को होती है। बिजली कटौती के कारण परीक्षा का समय होने के बाद भी वह पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। वहीं पिछले कई माह से इस एरिया में फॉगिंग हुई ही नहीं, जिसके कारण मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है। सोनू, स्टूडेंट