कोच की बर्बरता से बेहोश हुआ छात्र
- वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज की घटना
- छात्र से मिलने गए परिजनों को गेट पर रोका द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में छात्र को बुरी तरह पीटने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि कोच ने छात्र को इतना पीटा कि वो बेहोश हो गया। किसी तरह सूचना पाकर घरवाले मिलने पहुंचे तो उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। मामला तब खुला जब परिजनों ने एसएसपी को जानकारी दी। जिसके बाद चिलुआताल पुलिस ने हस्तक्षेप किया। पीडि़त छात्र के पिता ने पुलिस को तहरीर देकर कोच के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दर्द सुन खड़े हो गए रोंगटेझुंगिया बाजार निवासी घनश्याम दास गुप्ता बिजनेस करते हैं। उनका बेटा शिवम वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में 12वीं का स्टूडेंट है। वह जिमनास्टिक्स की ट्रेनिंग ले रहा है जिसके कोच कोच नीरज सिंह हैं। शुक्रवार की सुबह किसी छात्र ने शिवम के पिता को फोन किया। बताया कि कोच की पिटाई से शिवम अचेत हो गया है। बेटे की हालत खराब होने की सूचना पर सुबह नौ बजे घरवाले कॉलेज पहुंचे। हॉस्टल में जाने की कोशिश की तो उनको गेट पर रोक दिया गया। लोगों ने एसएसपी को मामले की जानकारी दी। एसएसपी के निर्देश पर चिलुआताल पुलिस पहुंची। पुलिस के भीतर जाने पर छात्र ने पीड़ा बयां की तो रोंगटे खड़े हो गए।
दौड़ में शामिल नहीं हुआ तो पीटा शिवम ने पुलिस को बताया कि कोच ने उसकी पिटाई की। उसका आरोप हैकि कोच दो दिनों से लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं। प्रिंसिपल के बाहर होने से वह शिकायत नहीं कर सका। उसने बताया कि गुरुवार की सुबह कोच ने उसे जगाया। टॉयलेट में पानी न आने से वह फ्रेश नहीं हो सका। इसलिए उसने दौड़ में शामिल होने से मना कर दिया। इससे नाराज होकर कोच ने पिटाई की। आरोप है कि नाराज कोच ने गुरुवार की शाम को भी छात्र को पीटा। शुक्रवार की सुबह पिटाई से छात्र के अचेत होने पर पानी डालकर होश में लाया गया। पीडि़त छात्र के साथ ही अन्य छात्रों से भी पुलिस ने बात की। ठीक नहीं कोच का व्यवहारपुलिस का कहना है कि कोच की ज्यादती नजर आई है। जिमानास्ट के कुल 41 छात्रों से पुलिस ने बात की। छात्रों ने पुलिस को बताया कि कोच का व्यवहार ठीक नहीं है। इसके पहले वह ग्वालियर में तैनात रहे। मारपीट के मामले में दोषी पाए जाने पर उनको हटाया गया था। यहां वह छात्रों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं इसलिए छात्र दहशत में रहते हैं। प्रतिकार करने पर छात्रों की पिटाई होती है।
घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यदि कोच ने किसी छात्र के साथ दुर्व्यहार किया होगा तो इसकी जांच की जाएगी। अनीस, वार्डेन छात्र की शिकायत सामने आई है। लेकिन प्रिंसिपल जरूरी काम से बाहर गए हैं। उनके लौटने पर कार्रवाई की जाएगी। विनोद सिंह, कार्यवाहक प्रिंसिपल एक छात्र झूठा आरोप लगा सकता है, लेकिन सभी छात्र झूठ नहीं बोलेंगे। छात्रों से बातचीत में ऐसा लगा है कि कोच का व्यवहार ठीक नहीं है। ब्रजेश यादव, चौकी प्रभारी, फर्टिलाइजर मेरे बेटे को कोच ने पीटा। हम लोग पहुंचे तो मिलने नहीं दिया गया। इसलिए पुलिस को सूचना देकर मदद मांगी। चिलुआताल थाना पर तहरीर दे दी गई है। कोच के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। घनश्याम, पीडि़त छात्र के पिता छात्र को मैंने नहीं पीटा है। वह झूठा आरोप लगा रहा है। उसको कैसे चोट लगी है। इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। नीरज सिंह, कोच