नपेंगे स्टाफ नर्स और दाई
- जिला महिला अस्पताल में प्रसूता की पिटाई का मामला
- सीएमओ ने एंप्लाईज को हटाए जाने की संस्तुति भेजी ऐडी हेल्थ के पास GORAKHPUR : फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में प्रसूता को पीटने वाले कर्मचारियों पर गाज गिरी है। मंडे को सीएमओ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम के सामने दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलील रखी। पीडि़ता पक्ष के बयान पर कार्रवाई करते हुए सीएमओ ने हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स और दाई को हटाने के लिए एडी हेल्थ को लेटर लिखा है। आई नेक्स्ट ने इस मामले को प्रमुखता से पब्लिश किया था। कार्रवाई से ये बात साबित हो गई कि आई नेक्स्ट की हर खबर धारदार और असरदार होती है। पीडि़ता ने दिया बयानफीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ख्फ् मार्च को प्रसव के लिए लाई गई एक महिला ने ऑपरेशन थियेटर में नर्स व दाई पर पिटाई का आरोप लगाया था। यह भी कहा कि पिटाइे के चलते ही बच्चे के सिर में चोट आई जिसके बाद उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया जहां बच्चे की मौत हो गई थी। आई नेक्स्ट के खबर पब्लिश करने के बाद सीएमओ ने चार डॉक्टर्स का पैनल बनाया था। पहले दिन स्टाफ नर्स और दाई का बयान लिया गया। मंडे को पिपराइच एरिया के करमैनी निवासी आलम की पत्नी नसीमा मंडे मार्निग सीएमओ के सामने पेश हुई और अपना बयान दिया। सूत्रों के मुताबिक बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि स्टाफ नर्स और दाई ने मेरी पिटाई की जिसकी वजह से मेरी बच्ची के सिर में चोट आई थी जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में सीएमओ ने एडी हेल्थ को कार्रवाई के लिए लेटर लिखा है जिसमें उन्होंने दोनों एंप्लाईज को हॉस्पिटल में हटाने के लिए संस्तुति की है।
जांच टीम के सामने दोनों पक्ष की बातों को सुना गया। रिपोर्ट के आधार पर स्टाफ नर्स और दाई दोषी पाई गई। उन्हें हॉस्पिटल से हटाने के लिए ऐडी हेल्थ से संस्तुति मांगी गई है। डॉ। एमके सिंह, सीएमओ इस तरह के मामले में एंप्लाईज की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। डॉ। आरके तिवारी, एडी हेल्थ