..तो इनके पांव धोकर निहाल होते हैं सीएम
- नवरात्रि में नवमी को 9 कन्याओं के पांव धोते हैं सीएम
- मंदिर परिसर के कर्मचारियों की बेटियां हर बार बनती हैं अतिथि -विधिवत पूजा के बाद बच्चियों को मिलता है खाना, मिठाईयां और पैसे GORAKHPUR: महाराज जी ने हमारी आरती उतारी, पैर धोए, पूजा की और खाना खिलाने के बाद दस रुपए भी दिए। कंधे पर लाल चुनरी ओढ़े हुए दीपमाला साहनी ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर में हुए कन्या पूजन का विवरण बताते हुए यह बातें कहीं। 9 साल की दीपमाला पिछले सात साल से हर नवरात्रि मंदिर में होने वाले कन्या पूजन की अतिथि होती है। वह बताती है कि उसके अलावा गोरखनाथ मंदिर परिसर में रहने वाली सभी बच्चियां इस दिन का इंतजार करती हैं। हालांकि पूजा में बाहरी बच्चियां भी शामिल होती हैं लेकिन उनकी संख्या कम होती है। खुद सीएम ने की प्रतीक्षाअक्सर ऐसा होता है कि गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक व श्रद्धालुओं को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से तो यह आम बात हो गई है। लेकिन चैत्र नवरात्रि के नवमी के अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने अपने नौ नन्हे अतिथियों की न केवल प्रतीक्षा की बल्कि विधिवत पूजा अर्चना के बाद उनके पैर धोए व भोजन भी कराया। मुख्यमंत्री के अतिथि सत्कार से यह नन्हे अतिथि खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। इनमें देवी दुर्गा के नवों रूपों के प्रतीक के तौर पर आईं बच्चियां थीं तो भैरव बने लड़के भी। पूजा में आए बच्चों की संख्या 50 से अधिक थी।
मंदिर परिसर के बच्चे नवरात्रि व चैत्र नवरात्रि की नवमी को होने वाली कन्या पूजा में तो मान्यताओं के अनुसार 9 बच्चियों की ही पूजा होती है। लेकिन गोरखनाथ मंदिर परिसर में रहने वाले बच्चे बड़ी संख्या में पूजा में शामिल होते हैं। 14 वर्ष की मंशा व 15 वर्ष की रूपाली ने बताया कि वह तब से मंदिर में होने वाले कन्या पूजन में शामिल होती हैं जब उन्हें इसके महत्व के बारे में पता भी नहीं था। इनके साथ ही आराध्या सिंह, नित्या सिंह, शालिनी चौहान, रेनू चौहान, संध्या, आशी, संचिता राज, आश्री व अनिका सहित दो दर्जन से अधिक ने भी पूजा में भाग लिया। लड़के भी रहे शामिलहिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार नौ देवियों के साथ भैरव बाबा का भी पूजन किया जाता है। इस वजह से कन्या पूजन में कई लड़के भी शामिल हुए। 9 वर्ष के किशन व 13 वर्ष के राहुल ने बताया कि पूजा के बाद सभी बच्चों को साथ में खाना खिलाया गया। स्वादिष्ट खाना खिलाने के बाद बच्चों को दस-दस रुपए भी दिए गए। उन्होंने एक नया गमछा दिखाते हुए बताया कि यह भी महाराज जी ने दिया है।
होती है विधिवत पूजा कन्या पूजन के लिए विशेष तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय निकालकर शहर में आए थे। उन्होंने बच्चियों की आरती उतारी, पीतल की थाली में खड़ा कर उनके पांव धोए, पूजा की। इसके बाद सभी बच्चों को भोजन कराया गया व उन्हें चुनरी ओढ़ाई गई।