यूपी गवर्नमेंट 2.0 का पहला बजट गोरखपुर के लिए सौगातें लेकर आया है. इसमें जहां इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने पर जोर दिया गया है वहीं सीएम सिटी में गल्र्स की सेफ्टी पर खासा फोकस नजर आया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में महिला पीएसी बटालियन का गठन होने से जहां महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता होगी, वहीं दूसरी ओर सेफ सिटी स्कीम के तहत मिले 523 करोड़ रुपए से गोरखपुर में भी काम होगा। इससे फीमेल सिक्योरिटी को और मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही हेल्थ, यूथ और स्पोट्र्स पर भी बजट में ध्यान दिया गया है। खेलो इंडिया सेंटर खोलने के लिए ओडीओपी के तहत सिटी में रेसलिंग को चुना गया है, जिससे जल्द ही यहां के खिलाडिय़ों को फायदा मिलने लगेगा। वहीं स्पोट्र्स हॉस्टल की मरम्मत के लिए भी 30 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। हालांकि विपक्षियों ने बजट को लोकलुभावन बताते हुए इसे किसान विरोधी करार दिया है।मेट्रो का दौड़ रहेगी जारी


गोरखपुर में मेट्रो चलने की कवायद पर इस बजट में भी ब्रेक नहीं लगा है। गवर्नमेंट ने वाराणसी और गोरखपुर मेट्रो के लिए 100 करोड़ रुपए जारी किए हैं। राहत की बात यह है कि मेट्रो से जुड़े जो सर्वे और दूसरे काम चल रहे थे, वह जारी रहेंगे। इसके साथ ही बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को गोरखपुर से जोडऩे के लिए बन रहे लिंक एक्सप्रेस वे का भी जिक्र किया गया है। इससे गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा और कई अहम शहरों में पहुंचने की टाइमिंग काफी कम हो जाएगी। इसका 40 परसेंट काम पूरा हो चुका है।सुरक्षा होगी पुख्तामहिलाओं की सुरक्षा के लिए बजट में काफी कुछ दिया गया है। जहां महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को बेहतर करने के लिए प्रदेश के सभी थानों में महिला बीट आरक्षी बनाए जाने का फैसला किया गया है। वहीं महिलाओं को पुलिस में मौका मिले और उनकी सुरक्षा भी पुख्ता हो, इसके लिए पीएसी बटालियन का भी गठन किया जाएगा। इसके साथ ही सेफ सिटी स्कीम के तहत 523 करोड़ 34 लाख रुपए मिले हैं, जिससे गोरखपुर समेत 5 शहरों में काम होंगे।स्वास्थ्य पर भी फोकसगवर्नमेंट ने स्वास्थ पर भी फोकस रखा है। यहां बन रहे आयुष विश्वविद्यालय के लिए 113.52 करोड़ रुपए का बजट मिला है। वहीं हेल्थ सेक्टर को मजबूती मिले इसके लिए 3 हजार नर्सेज को राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में भर्ती होगी। इसके लिए 10 हजार पद सृजित किए गए हैं, जिसकी भर्ती आगामी एक साल में होगी। इसके साथ ही गोरखपुर ओडीओपी का बजट बढऩे से टेरोकोटा को फायदा मिलेगा। वहीं चिडिय़ाघर के लिए भी 50 करोड़ का बजट जारी किया गया है।कोट्स -

यह बजट लोक लुभावन है। इस बजट से पहले जो वादे किए गए थे वह पूरे नहीं किए गए। पैसों का भी जो बटवारा किया गया है, वह भी प्रॉपर वे में नहीं किया गया है। यह बजट किसानों के साथ छलावा है। खाद बीज की व्यवस्था नहीं की गई है। डीजल पहले से महंगा है, इसको लेकर भी किसानों के लिए कोई छूट या सब्सिडी नहीं दी गई है। यह बजट झूठ का पुलिंदा बनकर रह जाएगा। - अवधेश यादव, जिलाध्यक्ष, सपाचिडिय़ा उड़ा दी गई है, लेकिन दाने का प्रबंध है नहीं। इसे लोक लुभावन बजट ही कहा जाएगा। इसमें युवाओं के मुद्दों और बेेरोजगारी से निपटने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। किसानों की आय को बढ़ाने के लिए जो घाोषणा की गई थी, उसके प्रावधान नजर नहीं आ रहे हैं। कोरोना काल में जितने स्वास्थ्यकर्मियों और लोगों की मौत हुई थी, उनको राहत देने के लिए आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन वह भी कहीं नजर नहीं आ रहा है। - डॉ। सुरहिता करीम, प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस

Posted By: Inextlive