यूनिवर्सिटी में स्वच्छ भारत पखवाड़ा शुरू
-डीडीयूजीयू वीसी ने खुद शुरू किया स्वच्छता अभियान
- मेन गेट के दोनों तरफ बनेंगी थीम बेस्ड पेंटिंग्स - कैंपस, हॉस्टल व प्रशासनिक भवन में विशेष अभियान GORAKHPUR: भारत सरकार और कुलाधिपति के निर्देशों पर अमल करते हुए डीडीयूजीयू ने बुधवार को स्वच्छ भारत पखवाड़ा मनाने की शुरुआत की। दिवाली अवकाश के बाद खुली यूनिवर्सिटी में वीसी ने बैठक करपूरे पखवाड़े के तहत मनाए जाने वाले कार्यक्रमों एवं अभियानों की रूपरेखा तय की। शाम को परिसर की बाहरी दीवारों की सफाई के साथ उन्होंने खुद इस अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर टीचर्स, कर्मचारियों के साथ छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलदेव त्रिपाठी और महामंत्री ऋचा चौधरी मौजूद रहे। पेंटिंग्स से देंगे संदेशबैठक में तय हुआ कि पूरे पखवाड़े में विविध कार्यक्रमों के जरिए इस संदेश को ना केवल कैंपस बल्कि बाहर भी प्रसारित किया जाएगा। वीसी प्रो। अशोक कुमार की पहल पर मेन गेट के दोनों तरफ स्वच्छ भारत का संदेश प्रसारित करती वॉल पेंटिंग्स बनाए जाने का निर्णय लिया गया। इसमें यूनिवर्सिटी के अलावा कॉलेज के कलाकार भी प्रतिभाग कर सकते हैं।
सात नवंबर तक नामांकनइच्छुक कलाकार-दल अपने कॉलेज के प्रमाण पत्र और प्रस्तावित पेंटिंग के स्केच के साथ सात नवंबर तक अधिष्ठाता छात्र कल्याण के ऑफिस में अपना नामांकन करा सकते हैं। एंट्रीज में से चयनित कलाकारों को ही अवसर दिया जाएगा।
स्टूडेंट्स के लिए प्रतियोगिताएं पखवाड़े में जागरुकता प्रसार के लिए पोस्टर-स्लोगन और पेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिनके विजेताओं को 15 नवंबर को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने वालों में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव, एनएसएस समन्वयक प्रो। अजय शुक्ला, क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष प्रो। हिमांशु चतुर्वेदी, डेलीगेसी उपाध्यक्ष प्रो। वीएस वर्मा, सेंट्रल लाइब्रेरियन प्रो। हर्ष सिन्हा, डॉ। भारत भूषण, रोवर्स रेंजर्स प्रभारी प्रो। एसएनएम त्रिपाठी समेत सभी अधिकारी शामिल रहे। स्वच्छता अभियान पखवाड़ा कार्यक्रम 4 नवंबर - मेन गेट पर स्वच्छता के लिए सामूहिक शपथ ग्रहण 6 नवंबर - एनसीसी की ओर से परिसर स्वच्छता अभियान 8 नवंबर - पोस्टर-स्लोगन प्रतियोगिता 9-13 नवंबर - प्रशासनिक भवन में विशेष स्वच्छता अभियान 10,11,12 नवंबर - हॉस्टल्स में विशेष स्वच्छता अभियान 14 नवंबर - पेटिंग का लोकार्पण 15 नवंबर - संगोष्ठी एवं पुरस्कार वितरण