एक तरफ बेरोजगार युवा रोजगार की तलाश में इधर उधर भटक रहा है तो वहीं रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिलाने वाले शातिर भी बेहद उस्ताद हैैं. यह शातिर अपराधी कहीं और नहीं बल्कि रेलवे डिपार्टमेंट में ही मौजूद हैैं लेकिन उनके इन मंसूबे पर एनई रेलवे आरपीएफ की विंग सीआईबी ने पानी फेर दिया है. पिछले कई दिनों से घात लगाए बैठी सीआईबी ने दो शातिर अपराधियों को धर दबोचा है. इन दोनों को सीआईबी ने रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए कैंट थाने में मामले को दर्ज कर लिया गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। सीआईबी के जिम्मेदारों की मानें तो एनई रेलवे में नौकरी का झांसा दिलाने वाले रेलवे का रिटायर्ड कर्मचारी जितेंद्र कुमार त्रिपाठी और अनिल कुमार सिंह मास्टर माइंड हैं। यह फर्जी ढंग से दस्तावेज तैयार कर नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को झांसे में ले रहे थे। इन सभी को देर रात सीआईबी टीम में इंस्पेक्टर दशरथ प्रसाद व विनोद कुमार यादव ने टीम के साथ धर दबोचा। पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि वह रेलवे में भर्ती के नाम पर पैसा लेने व ज्वाइनिंग लेटर, मेडिकल प्रमाण पत्र आदि देने का काम करते थे। बकायदा ज्वाइनिंग कराने का दावा करते थे। कई लोग इनकी चपेट में आ चुके थे। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से रेलवे विभाग के फर्जी नियुक्ति पत्र, मेडिकल सर्टिफिकेट बरामद हुए हैैं। इन दोनों रेलवे कर्मचारियों कैंट थाने को सुपुर्द कर दिया गया है। इन दोनों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं रेलवे की तरफ से भी इन दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

Posted By: Inextlive